विराट कोहली अभी भारतीय टीम के कप्तान हैं और हर कोई टीम में इनकी सुनता है. कहते हैं कि कोहली उसको पसंद नहीं करते हैं जो कोहली की नहीं सुनता है. टीम के चयन में भी कप्तान कोहली की सुनी जाती है. टीम के कोच अनिल कुंबले से लेकर, टीम मैनेजमेंट तक सभी कोहली का बोला हुआ ही करते हैं.
अभी टीम के चयन में भी विराट कोहली के चुने खिलाड़ियों को ही प्राथमिकता दी जाती है. कहीं ना कहीं इसके पीछे तर्क है कि यदि टीम कप्तान के अनुसार नहीं होगी तो टीम के सही प्रदर्शन की उम्मीद कम रह जाती है. ऐसे में आपको बता दें विराट कोहली के चलते कुछ सीनियर खिलाड़ी अभी भी टीम से बाहर हैं तो आइये जानते हैं कि वह कौनसे खिलाड़ी हैं जो कोहली से हैं परेशान-
- गौतम गंभीर
गौतम गंभीर से विराट कोहली की कभी नहीं बनी है. ऐसा हम बहुत ठोस आधारों पर तो नहीं बोल रहे हैं लेकिन कोहली और गंभीर की आईपीएल फाइट के बाद से दोनों के बीच कुछ भी सही नहीं है. अभी हाल ही में गौतम गंभीर का नाम चैम्पियन ट्राफी के लिए उछल रहा था किन्तु गंभीर का चयन टीम में नहीं हुआ है.
वैसे इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो मालूम नहीं लेकिन आईपीएल में गंभीर को कोहली से पंगा लेना अब भारी पड़ रहा है. अगर तब गंभीर अपना गुस्सा पी लेते तो शायद आज वह भारतीय टीम के लिए खेल रहे होते.
- रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा को गंभीर से दोस्ती करनी महंगी पड़ रही है. हमारी दोस्ती किस तरह के व्यक्ति से है, इस बात का असर हमारी तरक्की पर पड़ता है. क्योकि जिस तरह से दोस्त का दोस्त हमारा दोस्त होता है, उसी तरह से दोस्त का दुश्मन भी हमारा दुश्मन होता है. गंभीर से रॉबिन उथप्पा की दोस्ती इनको भारी पड़ रही है. कोहली को मालूम हैं कि उथप्पा इस समय फॉर्म में हैं लेकिन फिर इनको इंडियन टीम से खेलने का मौका नहीं मिला है.
- सुरेश रैना
सुरेश रैना अगर चैम्पियन ट्राफी में इस बार नहीं हैं तो उसके पीछे एक कारण इनकी फॉर्म नहीं बल्कि इनका गुजरात लायंस टीम का आईपीएल में कप्तान होना भी है. जब तक रैना, धोनी की कप्तानी में खेलते थे तब तक सबकुछ सही था लेकिन अब जबसे रैना गुजरात लायन के कप्तान बने हैं तबसे न तो इनकी धोनी से बनती है और ना ही कोहली से. इसलिए शायद अब रैना का भी भारतीय टीम में फिर से आना मुश्किल लगता है.
तो इस तरह से इन सीनियर खिलाड़ियों का टीम में आने वाला रास्ता काँटों भरा है. इनको टीम में आने के लिए अब भरी मेहनत के साथ-साथ कोहली से अपने रिश्ते सुधारने पर भी जोर देना होगा. वरना अच्छी फॉर्म और मेहनत से कुछ बात बनती हुई अब नजर नहीं आ रही है.