मुनस्यारी बंगापानी और धारचूला तहसील में बादल फटने से भारी बारिश ने तबाही मचाई। दानी बगड़ में हिमालया हाइड्रो का डैम टूट गया। इससे सड़क सहित तीन वाहनों के बहने की सूचना है। नदी और नाले उफान पर आ गए। सड़कें ध्वस्त हो गईं। मुनस्यारी बाजार जलमग्न हो गया। साथ ही दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। लोगों ने घरों से सुरक्षित स्थान पर भागकर जान बचाई। लोगों ने पूरी रात जागकर काटी। मदकोट क्षेत्र के गैला गांव में भारी भुस्खलन के दौरान मलबे में दबने से महिला की मौत हो गई।
भारी बारिश से सुरंगघाटी और जिमिगाड में दो पुल बह गए। यही नहीं मिलम रूट में धापा के पास पहाड़ी दरकने से सड़कें बंद हो गई। हिमनगरी के मध्य बहने वाला नाला उफान में आ गया। इसके आईटीबीपी के साथ ही हैलीपैड को जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए। दर्जनों मकानों में मलबा और पानी घुस गया है।
मदकोट क्षेत्र में गैला गांव में लगातार बारिश के दौरान भारी भूस्खलन हुआ। इस दौरान पहाड़ी से आए मलबे में दबने से पचास वर्षीय महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान नारायणी देवी पत्नी स्व नंदन सिंह के रूप में की गई। सूचना पर प्रशासन की टीम गांव के लिए रवाना हो गई।
मुनस्यारी में नगर की सड़कों पर नाले का पानी बह रहा है। लोग रात्रि एक बजे से जगे है। बंगापानी तहसील क्षेत्र में व्यापक तबाही मची है। आसमान लगातार बरस रहा है। गोरी नदी खतरे के निशान पर पहुंच चुकी है। लगातार जल स्तर बढ़ता जा रहा है।
मंदाकिनी सेरा ओर गोसी नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। गोसी नदी का पानी बरम बाजार और सड़क पर बह रहा है। लोग मकान छोड़ कर बाहर खड़े है।
तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश के बाद बीती रात्रि एक बजे से लगातार मूसलाधार वर्षा जारी है। सड़कें बद हो चुकी है। जौलजीबी में भी गोरी ओर काली नदिया खतरे के निशान पर पहुंच गई है। नदी किनारे की बस्तियों में हड़कंप मचा है।
उधर, धारचूला के मांगती घटिया बगड़ में भी तबाही की सूचना है। डीएम सी रविशंकर ने तीनों तहसीलों में आज खुलने वाले विद्यालय बंद करने के आदेश दे दिए है। मौके के लिए आपदा प्रबंधन टीम रवाना हो गई है।
जारी है बारिश का कहर
मुनस्यारी ओर बंगापानी तहसील क्षेत्रो में बारिश का कहर जारी है। मुनस्यारी नगर में एसडीएम गेट बस स्टेशन का नाला बन्द होने से पानी ओवरफ्लो हो गया। यहां दो जेसीबी से स्थिति में सुधार का प्रयास किया जा रहा है।
बंगापानी के गोरी नदी पार मवानी दवानी की पहाड़ी दरकने से दहशत का माहौल बना हुआ है। मुनस्यारी में आफत की बारिश मुख्य बाजार के नाले चोक होने और एडीएम गेट के पास नाला चोक होने के कारण उफनाते नाले का पानी बस स्टेशन पैदल मार्ग होते हुए पूरे बाजार में बह रहा है।
कई घरों में घुसा पानी
बंगापानी तहसील के सेरा घाट के दानिबगड में हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटने से, एक वाहन, पुल, मार्ग सहित काफी सामान बह गया। अन्य वाहनों और मशीनरी को खतरा बना है। प्रशासन आपदा प्रबंधन की टीम अभी तक मौके पर नहीं पहुंची।
मुनस्यारी बाजार में हुआ नुकसान
मुनस्यारी बाजार में कुन्दन टोलिया के मकान के पास पनचक्की क्षतिग्रस्त हो गई और एक बाइक दबी है। नईबस्ती से आने वाले नाले के उफनाने से बस स्टेशन में मन इलेक्ट्रॉनिक, बंगाली होटल का काफी नुकसान पहुंचा। मुख्य बाजार मलबे से पट गया और कई दूकानों में पानी और मलबा घुस गया।
दरके रास्ते, मकानों को नुकसान
बलौंता, जैंती, रांथी, मालुपाती में भी मकानों और रास्तों के दरकने की सूचना है। मप्वालाबड़ा में भगत मपवाल के 50 खरगोश मलबे में दब गए। टैक्सी स्टैंड के समीप गोकर्ण मर्तोलिया के मकान की सुरक्षा दीवार ध्वस्त होकर कमरों पानी भर गया है।
पुल को खतरा
मदकोट के सेराघाट के पुल को खतरा बना है। मुन्स्यारी के नईबस्ती में भूस्खलन से से प्रधान बूंगा मनीराम का घर खतरे की जद में आ गया है। डांडा धार जैंती घोरपट्टा में राजेन्द्र गनघरिया के मकान के समीप सड़क बंद होने से आवागमन रुक गया। दरकोट में करन सिंह, हीरा रावत के आंगन भी मलबे से पट गया।
उपजिलाधिकारी मुन्स्यारी कृष्ण नाथ गोस्वामी, तहसीलदार डॉ ललित तिवाड़ी पुलिस जेसीबी के साथ रात्रि लगभग डेढ़ बजे से राहत बचाव कार्य में लगे हैं।
परीक्षा देने पहुंचे 12 विद्यार्थी, परीक्षा रद
महाविद्यालय मुनस्यारी में भारी बारिश के कारण परीक्षा देने मात्र 12 विद्यार्थी पहुंचे। जिस कारण विश्व विद्यालय प्रशासन से बात कर आज की परीक्षा रद की गई। प्राचार्य डॉ मंजुला चंद ने उक्त जानकारी दी।
पिथौरागढ़ में फंसे हैं कैलास मानसरोवर यात्रा के 31 यात्री
मौसम खराब होने से कैलास मानसरोवर यात्रा के पांचवे दल के 31 यात्री तीन दिन से पिथौरागढ़ में ही फंसे है। उच्च हिमालय में मौसम खराब रहने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। इससे 31 यात्रियों को पिथौरागढ़ में ही रोका गया है। मौसम खुलने पर उन्हें अब कल गुंजी भेजा जाएगा।
नैनीताल में जनजीवन अस्तव्यस्त
नैनीताल जिले में बीती रात मानसून की पहली बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। ज्योलिकोट एक नंबर बेंड पर पेड़ गिरने तथा चार अन्य स्थानों पर मलबा आने से हल्द्वानी मार्ग बंद हो गया, जो सुबह साढ़े सात बजे खुला। तब जाकर दूध की आपूर्ति हुई।
भीमताल सलड़ी मार्ग भी मलबा आने से बंद रहा, उसे भी खोल दिया गया है। जबकि एक जिला मार्ग समेत 15 ग्रामीण मार्ग मलबा आने से बंद हैं। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बेतालघाट, गर्जिया भुजान रामनगर मार्ग के अलावा शहीद बलवंत मार्ग सिंह मार्ग बेतालघाट, रीखोली मार्ग, ओखलाढुंगा तल्लीसेठी मार्ग, छड़ा हड़िया मार्ग, रूसी बाईपास, सिमलिया साननी मार्ग, हैड़ाखान पहुंच मार्ग, भोर्सा पिनारो मार्ग, देवीपुरा सौड़ मार्ग, बानना मोटर मार्ग बंद है। नैनीताल जिला मुख्यालय में बारिश से उफनाये नालों से बहकर आई गंदगी झील में समा गई। बारिश से झील का जलस्तर बढ़ रहा है।
मौसम विभाग का भारी बारिश का अलर्ट
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे में देहरादून एवं आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। चेतावनी जारी करते हुए मौसम विभाग ने सतर्क रहने की सलाह दी है।
रविवार सुबह से पूरी रात भर देहरादून सहित समूचे उत्तराखंड में झमाझम बारिश होती रही। भूस्खलन से अवरुद्ध यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास सुचारु कर दिया गया। वहीं, बदरीनाथ हाईवे भी लामबगड़ के पास अवरुद्ध हो गया। केदारनाथ हाईवे भी रामपुर के पास भूस्खलन से बंद हो गया। मौसम विभाग की मानें तो इन दिनों सुबह के समय में ही बारिश के आसार बन रहे हैं।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में कहीं-कहीं विशेषकर देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी के अलावा कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत एवं ऊधमसिंह नगर में भारी बारिश होने के आसार हैं।