नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में घायल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की मौत हो गई. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ता पर हमला किया था. मरने वाले की पहचान अजित मुरमु के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के ऑफिस के बाहर उन पर हमला हुआ था.
पार्टी का कहना है कि अजित आने वाले पंचायत चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार थे. बीजेपी ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया है. हालांकि पुलिस ने अब तक हमले के आरोपियों के बारे में कुछ नहीं बताया है.
बीजेपी के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्विटर पर लिखा कि टीएमसी के गुंडे पूरे बंगाल में खुलेआम पंचायत चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं. अजित की हत्या उसी का नतीजा है. वह बांकुरा पंचायत चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार थे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है. भगवान परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे.
बीजेपी का कहना है कि 42 वर्षीय अजित मुरमु पर बीडीओ ऑफिस के बाहर हमला हुआ. हमले के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया वहां से उन्हें बांकुरा के अस्पताल में शिफ्ट किया गया. रिपोर्ट के अनुसार मुरमु पर उस समय हमला हुआ जब वह अपना नॉमिनेशन पेपर लेने के लिए बीडीओ ऑफिस गए थे.
बीजेपी के आरोपों पर टीएम ने पलटवार किया है और आज स्टेट इलेक्शन कमीशन से मुलाकात कर बीजेपी के अलोकतांत्रिक रवैये के खिलाफ प्रदर्शन का एलान किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह आरोप सरासर गलत है कि उनके उम्मीदवार नॉमिनेशन फाइल नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के उम्मीदवारों ने टीएमसी के उम्मीदवारों से ज्यादा नामांकन किया है.
वहीं बीजेपी ने पारदर्शी और बिना हिंसा के पंचायत चुनाव कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बीजेपी ने चुनाव के दौरान सेंट्रल फोर्स की भी मांग की है. बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि बीजेपी के आईटी सेल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर फेयर और हिंसा फ्री चुनाव की मांग की है. उन्होंने कहा कि ममत बनर्जी ने कहा था कि वह विपक्ष मुक्त चुनाव चाहती हैं. यही कारण है कि उनकी पार्टी के लोग विपक्ष पर हमले कर रहे हैं.
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