स्कूलों में बच्चों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। मामलामध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले का है जहां शिक्षकों ने विद्यार्थियों के स्कूल को “बंक” करने पर उनके चेहरे पर कोयला मल कर गांव की सड़कों पर घुमाया।Big Breaking: भाजपा ने तीन पदाधिकारियों को किया निष्किासित, जानिए क्यों?
देओसर ब्लॉक के उबरी गांव के सरकारी मिडल स्कूल के कक्षा 6 के 5 छात्र दो दिनों तक स्कूल नहीं आए तो शिक्षकों ने उनके मुंह पर कोयला मल दिया और गांव की गलियों में घुमाया कि वे दुबारा वो हरकत न करें। अभिभावक शिक्षकों की शिकायत लेकर पहले स्कूल के प्रध्यापक के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने शिक्षकों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तब अभिभावक जिला अधिकारी के पास पहुंचे हैं।
बच्चों को सार्वजनिक तौर पर अपमानित करने का हक किसी को नहीं है
शिक्षकों की शिकायत लेकर जिला अधिकारी के पास पहुंचे अभिभावकों ने बताया कि पहले स्कूल के एक शिक्षक रामदरश प्रजापति ने बच्चों के चेहरे पर कालिख लगाया फिर उनके साथ बुरा व्यवहार भी किया। पहले शिक्षक ने बच्चे के चेहरे पर कोयले से दाढ़ी मूंछ बनाई, फिर कहा कि अब ये बच्चे बड़े हो गए हैं और इन्हें कुछ भी सुनने की जरूरत नहीं है। फिर उन्होंने बच्चों का पूरा चेहरा काला कर दिया और गांव की सड़कों पर घुमाया।
शिक्षक बच्चों को तब तक घुमाते और परेशान करते रहे जब तक अभिभावक स्कूल नहीं पहुंचे। जब अभिभावकों ने बच्चों को इस तरह परेशान किए जाने के बारे में पूछा तो शिक्षकों ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि वो सिर्फ इंस्ट्रक्शन को फॉलो कर रहे हैं लेकिन यह नहीं बताया कि यह आदेश उन्हें किसने दिया है।
एचटी की खबर मुताबिक, बच्चों के साथ घटी इस घटना को कलेक्टर अनुराग चौधरी ने संजीदगी से लिया है और वे स्कूल प्रशासन और शिक्षको के खिलाफ जांच कर रहे हैं। चौधरी ने कहा कि ये बच्चों को सार्वजनिक तौर पर अपमानित करने का हक किसी को नहीं है। जांच के बाद, अगर जरूरी हुआ तो स्कूल और शिक्षकों के खिलाफ जरूरी एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
बता दें कि भारत सहित लगभग विश्व के सभी स्कूलो में शारीरिक दंड प्रतिबंधित है। लेकिन बच्चों को स्कूलों में लगातार ऐसे दंड दिए जा रहे हैं जो क्षम्य नहीं है। पिछले दिनों हैदराबाद में स्कूल यूनिफॉर्म ठीक से नहीं पहनने के कारण 11 साल की एक लड़की को दंडित करने के लिए स्कूल में लड़को के बाथरूम में खड़ा कर दिया गया था। वहीं लखनऊ में कक्षा 3 के छात्र को 40 बार थप्पड़ मारा था।