उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में ईवीएम में कथित गड़बड़ियों की खबरों को लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा है. पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखे लेख में शिवसेना ने योगी सरकार पर आरोप लगाया गया है कि निकाय चुनाव में जीत के लिए यूपी में बीजेपी सरकार डर्टी पॉलिटिक्स करेगी. इतना ही नहीं बीजेपी पर ईवीएम से छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया गया है.
बीजेपी चुनाव में कर रही डर्टी पॉलिटिक्स
सामना में लिखा है कि यूपी में जनता का ध्यान बांटने और ईवीएम में छेड़छाड़ के अलावा बीजेपी के पास कोई चारा नहीं बचा है. पार्टी का आरोप है कि बीजेपी यूपी में डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है. साथ ही योगी सरकार की ओर से फर्जी लोकप्रियता के दावे भी ठोके जाएंगे.
लेख के मुताबिक ये सब इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि योगी सरकार का यूपी में यह पहला फ्लोर टेस्ट है. इसमें किसी तरह का रिस्क नहीं लिया जा सकता. न योगी और न बीजेपी रिस्क लेगी. इस चुनाव में भाड़े की भीड़, भड़काऊ बयानबाजी, ऊटपटांग हरकतें, किसी की बदनामी, किसी को धमकी जैसे काम होंगे.
शिवसेना का आरोप है कि जहां इवीएम से छेड़छाड़ नहीं होती वहां बीजेपी कांग्रेस से पिट जाती है. चित्रकूट, मुरैना और सबलगढ़ इस बात का प्रमाण है. यही डर योगी सरकार को परेशान कर रहा है. बीजेपी का यूपी निकाय चुनाव जीतना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसका असर गुजरात में होने वाली वोटिंग पर भी पड़ेगा.
बीजेपी के लिए नाक का सवाल बना निकाय चुनाव
बता दें, विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद यूपी नगर निकाय चुनाव सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के लिए नाक का सवाल बना हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय सहित तमाम कैबिनेट मंत्री और दिग्गज नेता इस नगर निकाय चुनाव में जी जान से लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं जमकर चुनावी रैलियां कर रहे हैं.