भारतीय शेयर बाजार पर प्रमुख सेंस्टिव इंडेक्स सेंसेक्स ने गुरुवार को 200 अंकों की उछाल लेते हुए नया इतिहास रचा. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक 32,000 के आंकड़े को पार कर गया वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 50 भी सुबह के कारोबार में 60 अंकों की अच्छी बढ़त के साथ 9,900 का रिकॉर्ड स्तर पार करने के करीब है.
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि बाजार में यह तेजी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ब्याज दरों में कटौती के ऐलान की उम्मीद पर देखने को मिली है. गौरतलब है कि बुधवार को आए रीटेल मंहगाई के आंकड़े भी रिकॉर्ड गिरावट पर दर्ज हुए हैं जिसके चलते बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है.
जून में 1.54 फीसदी रही रिटेल महंगाई. इससे पहले मई में केन्द्र सरकार को महंगाई आंकड़ों से बड़ी राहत मिली थी, जब अप्रैल में महंगाई के आंकड़े 2.99 फीसदी से लुढ़ककर 2.18 फीसदी पर पहुंच गए थे.
जून में केन्द्र सरकार को महंगाई के मोर्चे पर लगातार दूसरे महीने (मई में 0.81 कम हुई थी) राहत मिली है. मई के मुकाबले जून में केन्द्र सरकार को इस बार रीटेल महंगाई के आंकड़ों में 0.64 अंकों की गिरावट है.
सीएसओ द्वारा जारी इन महंगाई के आंकड़ो के मुताबिक जून के आंकड़ों में सरकार को बड़ी राहत मिली है. मई के दौरान कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) रीटेल महंगाई कम होकर 2.18 फीसदी पर रही. जबकि अप्रैल के दौरान रीटेल महंगाई 2.99 फीसदी के स्तर पर थी.
अगस्त में कटौती की उम्मीद
आर्थकि विशलेषकों को अगस्त में होने वाली मौद्रिक समीक्षा में मुख्य नीतिगत दर में कटौती की मजबूत उम्मीद बंधी है. यह उम्मीद मई और जून माह में खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े पिछले एक दशक में 1.57 फीसदी तक गिर जाने के बाद बंधी है. भारतीय स्टेट बैंक की आर्थकि शोध शाखा ने कहा है कि रिजर्व बैंक अगस्त में होने वाली नीतिगत समीक्षा में दर में कटौती को नजरअंदाज नहीं कर सकता है.
यदि मुद्रास्फीति लंबे समय तक अनुकूल बनी रहती है तो दर में कटौती की उम्मीद और मजबूत होगी. घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्युरिटीज ने कहा था कि जून माह में खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा दो फीसदी से नीचे आ जायेगा. यह आंकड़ा मार्च 2018 तक 4 फीसदी पर रहेगा जो कि रिजर्व बैंक का मध्यम अवधि का लक्ष्य है.