सनातन धर्म में कुछ पौधों को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा बोला जाता है कि इनमें स्वयं ईश्वर वास करते हैं। सनातन धर्म के मुताबिक, हमारे चारों तरफ की हरियाली न सिर्फ हमें ऑक्सीजन एवं फल देती है, बल्कि इसके कई अन्य धार्मिक तथा ज्योतिषीय फायदे भी हैं। ऐसे पौधों के सबसे प्रमुख नाम तुलसी, नीम, पीपल तथा बरगद हैं। इन पौधों को पवित्र कहा जाता है तथा सनातन धर्म में इनकी पूजा की जाती है। ऐसा ही एक और पवित्र पौधा है आक का पौधा। इस पौधे की आराधना भी की जाती है। कहा जाता है कि इस पौधे से महादेव की पूजा करने से कई फायदे एवं पाजिटिविटी आती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस पौधे को घर में लगाने के कई लाभ हैं।
आक प्लांट क्या है?
सफेद आक के पौधे के पत्ते बरगद के पत्तों जितने मोटे होते हैं। जब पत्ते परिपक्व हो जाते हैं तथा झड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो ये पीले हो जाते हैं। इसमें छोटे फूल होते हैं जो गुच्छों में खिलते हैं। पुष्पों में रंगीन रेखाएं होती हैं, मगर मुख्य तौर पर सफेद रंग के होते हैं। इसके फल आम के फलों के आकार के होते हैं।
आक के पौधे में निवास करते हैं गणपति:-
आक का पेड़ महादेव को बेहद प्रिय है। बताया जाता है कि इस पौधे में गणपति का वास होता है। पौधा दो रंगों में आता है– काला एवं सफेद, और खास तौर पर तांत्रिक उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग किया जाता है। कहा जाता है कि इस पौधे की जड़ें वहीं होती हैं जहां गणपति रहते हैं। यदि इसकी ठीक से पूजा की जाए तथा इसे घर में रखा जाए तो ये खास तौर पर लाभदायी होता है। कहा जाता है कि शुभ मुहूर्त में लाकर इसकी पूजा करनी चाहिए। पूजा करते वक़्त गणेश मंत्र का जाप करना चाहिए। इस प्रकार प्रभु श्री गणेश जी भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
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