लखनऊ, उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले नेताओं में भगदड़ मची है। पाला बदलने की होड़ में नेता एक दल को छोड़कर दूसरे में शामिल हो रहे हैं। इनमें टिकट पाने की होड़ वाले भी हैं। भारतीय जनता पार्टी के साथ ही समाजवादी पार्टी में भी शामिल होने वालों की भीड़ है।
लखनऊ में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में भी बड़ी संख्या में नेता और उनके समर्थक भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के प्रमुख पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवचरण प्रजापति को भाजपा की सदस्यता दी। इनके साथ ही सपा, बसपा और कांग्रेस के कई अन्य नेता भी भाजपा में शामिल हुए है। बसपा को छोड़कर कांग्रेस में जाने वाले नेता गंगाराम अंबेडकर का मन वहां पर भी नहीं लगा। वह रविवार को कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
बरेली की तीन तलाक पीडि़त निदा खान ने भी नेताओं के साथ रविवार को भाजपा की सदस्यता ली। उन्होंने कहा कि मैं आज भाजपा में इसलिए शामिल हुई क्योंकि इस पार्टी ने तीन तलाक कानून को लाने के साथ लागू कराया है। इसके साथ ही सभी भाजपा ने धर्मों की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया है।
सपा नेता ने थामा कांग्रेस का दामन
रायबरेली के पूर्व विधायक सुरेन्द्र विक्रम सिंह ने रविवार को समाजवादी पार्टी को अलविदा कह दिया। अब पूर्व विधायक सुरेन्द्र विक्रम सिंह कांग्रेस के साथ हो गए हैं। उन्होंने इस दौरान सपा की नीतियों की काफी आलोचना भी की। समाजवादी पार्टी में लम्बे समय से रहे सुरेन्द्र विक्रम सिंह रायबरेली के हरचंदपुर से विधायक का चुनाव लड़के के बड़े दावेदार थे। समाजवादी पार्टी के टिकट ना मिलने पर अब सुरेन्द्र विक्रम सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
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