हल्दी का प्रयोग आमतौर पर खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है। कई बार हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है।
खून के रिसाव
खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए हल्दी का आमतौर पर उपयोग होता है, लेकिन हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध में मौजूद कैल्शियम के उपयोग में इससे खूब फायदा होता है।
इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
कच्ची हल्दी में लिपोपॉलीसेच्चाराइड नामक तत्व पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है। आप इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए डाइट में कच्ची हल्दी को भी शामिल कर सकते हैं।
हल्दी में सूजन
हल्दी में सूजन को रोकने का खास गुण होता है। इसका उपयोग गठिया रोगियों को अत्यधिक लाभ पहुंचाता है। यह शरीर के प्राकृतिक सेल्स को खत्म करने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करती है और गठिया रोग में होने वाले जोडों के दर्द में लाभ पहुंचाती है।
स्किन
स्किन इसमें एंटी बायोटिक के गुण काफी ज्यादा होते हैं। इसके साथ ही काली हल्दी का यूज स्किन में खुजली, मोच और घाव को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। इसे आप दूध में मिक्स करके भी लगा सकते हैं।
कैंसर जैसी बीमारी को दूर भगाती है
इसमें ऐसे पौष्टिक तत्व पाए जाते है जो हानिकारक रेडिएशन के संपर्क में आने से होने वाली बीमारियों से शरीर की हिफाजत करती है।