छत्तीसगढ़ के बस्तर में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सुकमा जिले में सक्रीय रहे 8 लाख रूपये के इनामी नक्सली वेट्टी रामा ने गुस्र्वार को बस्तर रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा के समक्ष अपने इंसास हथियार के साथ आत्म समर्पण किया। इस दौरान वेट्टी ने कहा कि नक्सली जिस विचारधारा की बात कर युवाओं को हिंसा की ओर धकेल रहे हैं, वह पूरी तरह खोखली है।
23 वर्षों तक संगठन में सक्रिय रहने के बाद वेट्टी को यह अनुभव हुआ कि नक्सलवादी विचारधारा पूरी तरह विध्वंशकारी है और इस तरह उसने समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया। आत्मसमर्पण करने वाले वेट्टी को पत्रकारों से रू-ब-रू कराते हुए आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि वह प्रतिबंधित नक्सल संगठन में कोंटा क्षेत्र के अंतर्गत पिछले 23 वर्षों से काम कर रहा था।