बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगने के आसार हैं। सभी श्रेणियों में औसतन 15 से 18 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है। जबकि ग्रामीण उपभोक्ताओं की दरों में 150 फीसदी तक इजाफा हो सकता है। राज्य विद्युत नियामक आयोग बृहस्पतिवार को नई बिजली दरों का एलान कर सकता है।
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निकाय चुनाव के अंतिम चरण का मतदान खत्म होते ही 2017-18 की बिजली दरें घोषित करने की तैयारी कर ली गई है। शासन से हरी झंडी मिल गई है। बिजली कंपनियों की तरफ से पावर कॉर्पोरेशन ने सभी श्रेणियों में कुल मिलाकर बिजली दरों में औसतन 22.67 फीसदी की वृद्धि प्रस्तावित की थी। लेकिन सूत्रों का कहना है कि 15 से 18 फीसदी वृद्घि को हरी झंडी मिली है।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने चुनाव आचार संहिता लागू रहने के दौरान नई दरों के ऐलान पर एतराज जताते हुए कहा है कि चुनावी शोरगुल में ऐसा करना जनता के साथ विश्वासघात है।
दरों के एलान पर खींचतान भी
नई दरों के एलान को लेकर पिछले कई दिनों से खींचतान चल रही है। पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन नियामक आयोग पर 30 नवंबर को दरें घोषित करने का दबाव बनाए हुए है। वहीं, राज्य निर्वाचन आयोग का भी कहना है कि सिद्धांतत: मतदान खत्म होने के बाद दरों का एलान किया जा सकता है। क्योंकि इससे वोटरों के प्रभावित होने की कोई आशंका नहीं है। हालांकि सत्तारूढ़ दल भाजपा के कुछ नेता गुजरात चुनाव के बाद दरों के एलान के पक्ष में हैं।
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