लखनऊ: पेट्रोल पम्पों को घटतौली के खिलाफ चल रही एसटीएफ की कार्रवाई के तहत सोमवार को यूपी एसटीएफ की टीम ने शहर के 7 अलग-अलग पेट्रोल पम्पों पर छापेमारी की। इस दौरान गोसाईगंज स्थित एचपी के एक पम्प पर चार रिमोट और चार चीप लगी मिली।
इसके अलावा बाकी जगहों पर की गयी छापेमारी में मशीनों से छेडख़ानी की गयी थी। वहीं लगातार हो रही इस कार्रवाई के बाद सोमवार की रात पेट्रोल पम्प यूनियन में हड़ताल की घोषण कर दी। अचानक ही शहर के सभी पम्प बंद हो गये और लोगों को पेट्रोल व डीजल भरवाने को लेकर खासी दिक्कत का सामान करना पड़ा। मंगलवार को पम्प यूनियन और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई और दोपहर के बाद सभी पेट्रोल पम्प फिर से चालू कर दिये गये।
एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि पुलिस कस्टडी रिमाण्ड पर लिये गये आरोपी राजेन्द्र की निशानदेही पर सोमवार को एसटीएफ की टीम ने सबसे पहले गोसाईगंज के मोहारी कला स्थित एचपी के पेट्रोल पम्प पर छापा मारा। इसके दौरान एसटीएफ को वहां चार मशीनों में इलेक्ट्रानिक चिप लगी मिली। एसटीएफ ने पम्प से घटतौली के लिए प्रयोग किये जाने वाले चार रिमोट भी बरामद किये।
इसके बाद छानबीन पूरी तरह जिला प्रशासन ने पम्प को सील कर दिया। इस छापेमारी के बाद एसटीएफ की टीम ने जियामऊ स्थित अग्रवाल ब्रादर्स नाम के पम्प, हुसैनगंज स्थित पायनियर पम्प, मोहनलालगंज के खुजौली स्थित पांचजन्य पम्प, एचएएल स्थित आरकेबीके पम्प, पीजीआई स्थित अनुराग फीलिंग स्टेशन और इटौंजा स्थित शहीद हरी सिंह नाम के पम्प पर छापेमारी की। इस जगहों पर छापेमारी के दौरान एसटीएफ को कोई चीप या रिमोर्ट तो नहीं मिला पर मशीनों से छेड़छाड़ जरुर की गयी थी। अब इन पम्पों के खिलाफ जांच पूरी कर बांट माप विभाग उचित कार्रवाई कर रहा है।
सोमवार की रात अचानक हुई पेट्रोल पम्प की हड़ताल
गुरुवार से लगतार चल घटतौली के खिलाफ चल रही एसटीएफ की छापेमारी से बौखलाए पेट्रोल पम्प मालिकों ने अचानक सोमवार की रात हड़ताल पर जाने का फैसला किया। इसके बाद सोमवार की रात 10 बजे अचानक ही शहर के अधिकतर पेट्रोल पम्प बंद कर दिये। कुछ पेट्रोल पम्प जो खुले थे वहां पर अचानक भीड़ बढ़ी और हंगामे को देखते हुए कुछ जगह पुलिस ने पम्प को बंद करा दिया तो कुछ पम्प कर्मचारियों ने डर के चलते ही पम्प बंद कर दिये। अचानक पेट्रोल पम्प की हड़ताल से पेट्रोल व डीजल भराने वालों को खासी दिक्कत का सामान करना पड़ा। लोग पेट्रोल व डीजल भराने के लिए एक पम्प से दूसरे पम्प की दौड़ लगाते दिखे। मंगलवार की सुबह भी ऐसे ही कुछ हालात देखने को मिले।
प्रशासन से बातचीत के बाद खुले पेट्रोल पम्प
मंगलवार की सुबह जब जिला प्रशासन को इस बात की भनक लगी कि पेट्रोल पम्प यूनियन में हड़ताल का ऐलान किया तो प्रशासन भी सख्त हो गया। इसके बाद जिला प्रशासन ने पेट्रोल पम्प यूनियन के साथ मिलकर एक बैठक की। इस बैठक में पेट्रोल पम्प यूनियन ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान उनके कर्मचारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। ऐसे में कोई भी कर्मचारी काम करने के लिए राजी नहीं है। कर्मचारियों के अभाव में उन लोगों को पेट्रोल पम्प बंद करना पड़ा। यूनियन ने इस बात की भी मांग की पेट्रोल पम्प पर लगी जिस मशीन में छेड़छाड़ मिले, वहीं को सील किया जाये बाकी मशीनों को चलने दिया जाये। इस वार्ता के दौरान जिला प्रशासन ने पेट्रोल पम्प यूनियन को आश्वासन दिया कि छापेमारी के दौरान किसी को बेववजह परेशान नहीं किया जायेगा। नियम व कानून के खिलाफ जो भी मिलेगा उसी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। जिला प्रशासन से बातचीत के बाद पेट्रोल पम्प यूनियन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली और दोपहर 2 बजे सभी पेट्रोल पम्प फिर से खोल दिये गये।