भीषण बाढ़ और कटान से प्रभावित क्षेत्र का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद शारदा नगर बांध पर पहुंच कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और पत्रकारों से भी रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित खीरी जनपद का हवाई सर्वेक्षण किया है। बड़ी संख्या में लोग इससे प्रभावित हैं। काफी बड़ी भूमि बाढ़ से ग्रस्त है। 133 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। जबकि पलिया, निघासन, धौरहरा तहसील और उनके कई ब्लॉक भी बाढ़ प्रभावित हैं। शारदा नगर डैम पर बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का उड़न खटोला उतरा, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से वार्ता कर बाढ़ की प्रभावित क्षेत्र के हालात और उसे लेकर की गई तैयारी के बारे में जानकारी की। शारदा नगर क्षेत्र का दौरा किया।
बाढ़ को लेकर शासन और प्रशासन सजग
उन्होंने कहा कि बाढ़ को लेकर शासन और प्रशासन सजग है। बाढ़ पीड़ितों को पीएम आवास योजना की तरह योजना बनाकर पुनस्र्थापित किया जाएगा। जन हानि, धन हानि और पशु हानि की स्थिति में आपदा कोष से सहायता दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से अपना काम कर रहा है। सीएचसी, पीएचसी और सरकारी समस्त अस्पतालों में सांप और जहरीले जीवों सहित कुत्ते काटने के पर्याप्त इंजेक्शन उपलब्ध हैं।
आपदा पीड़ितों तक राहत किट पहुंचने के दिए निर्देश
उन्होंने प्रशासन को सभी आपदा पीड़ितों तक राहत किट पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अचानक हुई बारिश से जुलाई के पहले हफ्ते में ही बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सरकार द्वारा इसकी तैयारी पहले से कर ली गई थी। इसीलिए समस्त आपदा प्रबंधन कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। नेपाल और उत्तराखंड का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि दोनों जगह पर हुई बारिश का पानी नदियों के माध्यम से खीरी जनपद को प्रभावित कर रहा है। शासन और प्रशासन स्तर पर समस्त तैयारी की जा रही हैं। शासन स्तर से प्रभावित आम जनमानस को हर संभव मदद दी जाएगी।