आज CM योगी निकाय चुनाव के लिए अपने तूफानी दौरे की करेंगे शुरुआत
इसी तरह समुद्री तेज हवा, तुफान आने की स्थिति में भी सेंसर के माध्यम से ऑपरेटिंग कंट्रोल सेंटर को सूचित करेगा। सूचना मिलते ही ट्रेन में ब्रेक लगा जाएगा। रेलवे के ड्रीम बुलेट प्रोजेक्ट को बेहद सुरक्षित सफर के लिए तैयार किया जा रहा है।
इसके तहत ऑपरेटिंग कंट्रोल सेंटर अहमदाबाद में बनेगा। पल-पल की सूचना इस सेंटर को मिलेगी। स्थिति को भांपते हुए कंट्रोल सेंटर ट्रेन को मॉनीटर करेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस प्राजेक्ट में ऐसे उपकरण लगाए जा रहे है जो भूकंप का आभास करते ही ट्रेन में ब्रेक लगा देगा।
उन्होंने बताया कि भूकंप का दो स्टेज होता है। एक प्राइमरी व दूसरा सेकेंडरी। दूसरे फेज में ही भूकंप नुकसान पहुंचाता है, लिहाजा ऐसा उपकरण लगाया जा रहा है जो प्राइमरी फेज का पता चलते ही ट्रेन में ब्रेक लगा देगा।
उन्होंने यह भी बताया कि समुद्री तूफान की स्थिति में भी यात्री महफूज रहेंगे। ऐसा स्पीड सेंसर लगाया जा रहा है तो हवा के रूख को भांप सकेगा। समुद्री तुफान आने पर सेंसर ऑपरेटिंग कंट्रोल सेंटर को सूचित करेगा।
ट्रैक फ्रैक्चर के कारण होने वाली दुर्घटना भी बुलेट ट्रेन के ट्रैक पर नहीं होगी क्योंकि पूरे ट्रैक पर ऑटोमेटिक ट्रैक फ्रैक्चर डिटेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रैक के फ्रैक्चर होते ही स्वत: ट्रेन में ब्रेक लग जाएगा। इस तरह से किसी भी आपदा से बचाव आसानी से किया जा सकेगा।