अमेरिका के ओक्लाहोमा प्रांत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक चुनावी रैली सुर्खियों में है। इस रैली में ट्रंप ने कोरोना वारयस के लिए जारी प्रोटोकॉल का अतिक्रमण किया। इस रैली में वह बिना फेस मास्क पहने ही मंच पर पहुंच गए। इतना ही नहीं, रैली में पहुंचे हजारों लोगों ने ट्रंप का अनुसरण करते हुए फेस मास्क नहीं पहन रखा था। शुक्रवार को ट्रंप ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि वह रैली में फेस मास्क नहीं पहनेंगे। उन्होंने साफ किया कि वह ऐसा विरोध स्वरूप नहीं कर रहे हैं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब मुझे कोरोना का कोई खतरा नहीं है। बता दें कि ट्रंप 2020 में देश में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के लिए ओक्लाहोमा प्रांत के तुलसा की रैली में शामिल होने गए थे।
सीडीसी के नियमों का अतिक्रमण
राष्ट्रपति ट्रंप का रैली में बिना फेस मास्क के आना रोग नियंत्रण रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के खिलाफ है। रैली का यह फैसला सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के नियमों के प्रतिकूल था। अमेरिका में कोरोना वायरस के जबरदस्त प्रसार के बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप की तुलसा रैली में शामिल होने वाले अधिकांश लोगों ने चेहरे के मास्क नहीं पहनने का भी विकल्प चुना था। रैली में शामिल 19,000 लोगों के चेहरे पर मास्क नहीं पहने हुए दिखाया गया है।
चीन और विपक्ष को आड़े हाथों लिया
इस चुनावी रैली में ट्रंप ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने कोरोना से हजारों लोगों की जान बचाई है। उन्होंने कहा कि मैंने जनवरी में हजारों चीनी लोगों को अमेरिका आने से रोक दिया था। उन्होंने एक बार इसे चीनी वारयस कहकर इसके प्रसार के लिए ड्रैगन पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया। ट्रंप ने इस मौके पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स और कट्टरपंथी वामपंथी नेताओं ने कोरोना महामारी को लेकर फर्जी खबरें फैलाई है।
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