भारत की कुछ कम्युनिटी में आज भी सुहागरात में दुल्हन का वर्जिनिटी टेस्ट किया जाता है. ऐसा ही एक समुदाय है महाराष्ट्र कंजारभट. यहां सुहागरात के वक्त कमरे के बाहर पंचायत के लोग मौजूद होते हैं जो बेडशीट को देखकर ये तय करते हैं कि दुल्हन वर्जिन है या नहीं. लेकिन नई बात ये है कि समुदाय के ही कुछ युवाओं ने इसका विरोध अभियान शुरू कर दिया है. वो इस प्रथा को बंद करने के लिए कैंपेन चला रहे हैं. आइए जानते हैं वर्जिनिटी टेस्ट की परंपरा के बारे में और कुछ बातें…
इसी साल 25 नवंबर को यरवदा के रहने वाले 21 साल सिद्धांत इंद्रकर ने जाति पंचायत की शिकायत पुलिस से भी की है. सिद्धांत का कहना है कि उन्होंने तिंगरे नगर में पंचायत के कारनामे को कैमरे में रिकॉर्ड किया है जब वे एक कपल से शादी एप्रूव करने के लिए 10 हजार रुपये ले रहे थे.
यूथ्स का कहना है कि ये प्रथा गलत है, क्योंकि कई बार शादियों को एप्रूव करने के लिए घूस भी देना पड़ता है. युवाओं के मुताबिक, ये कपल की प्राइवेसी को भी तोड़ना है, जहां कोई तीसरा उनके रिलेशनशिप को तय करता है.
इसी कम्युनिटी की एक महिला प्रियंका ने कहा कि अगर बेडशीट पर खून के धब्बे नहीं पाए जाते हैं तो ये मान लिया जाता है कि दुल्हन के पहले से रिलेशन रहे हैं. कई बार महिलाओं के साथ मारपीट भी की जाती है.
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