KANPUR: कानपुर मेट्रो पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड की जगह एसपीवी (स्पेशल परपच व्हीकल) मॉडल पर दौड़ेगी. इस प्रोजेक्ट में सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की 50-50 परसेंट की साझेदारी होगी. सेंट्रल गवर्नमेंट के डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडीचर के रिवाइज डीपीआर पर मोहर लगाने से पीपीपी मोड को लेकर लग रही अटकलों पर भी विराम लग गया है.
एसपीवी मॉडल पर सहमति
कानपुर में आईआईटी से नौबस्ता और सीएसए से बर्रा तक दो रूट पर मेट्रो दौड़ेगी. राइट्स ने कानपुर मेट्रो की रिवाइज डीपीआर तैयार की है. वहीं कानपुर में मेट्रो दौड़ाने की जिम्मेदारी लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन संभाले हुए हैं. ऑफिसर्स के मुताबिक सेंट्रल गवर्नमेंट के नई पॉलिसी लागू किए जाने की वजह से कानपुर मेट्रो की डीपीआर रिवाइज करनी पड़ी है. इसमें फंडिंग के लिए पीपीपी मोड सहित तीन मॉडल्स पर डिसकशन के बाद एसपीवी मॉल को चुना गया है. एसपीवी मॉडल में सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट को 3227-3227 करोड़ रुपए (सेंट्रल टैक्स सहित)लगाने होंगे. वहीं रिवाइज डीपीआर में पीपीपी मोड के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग और फिक्स्ड फ्री पैटर्न पर स्टेट गवर्नमेंट को अधिक धनराशि जुटानी पड़ती.
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