नई दिल्ली, अगर आपका स्मार्टफोन कहीं चोरी हो जाए या खो जाए, तो हम बहुत परेशान हो जाते हैं, क्योंकि वह स्मार्टफोन केवल हमारे मनोरंजन मात्र का साधन नहीं होता है, बल्कि आज कल हम सब एक स्मार्टफोन से बैंकिंग से लेकर सभी पर्सनल काम करते हैं। ऐसे में फोन चोरी होने के बाद कोई भी आपको ब्लैकमेल कर सकता है। इसके अलावा आपके साथ बड़ी साइबर फ्रॉड जैसी घटना भी हो सकती है। इससे बचने के लिए सरकार घर बैठे ऑनलाइन फोन ब्लॉक करने की सुविधा देती है। फोन को ब्लॉक करने के बाद कोई दूसरा फोन को इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। वहीं, अगर फोन वापस मिल जाता है, तो यूजर अपने स्मार्टफोन को दोबारा से अनब्लॉक कर सकता है। तो आइए जानते हैं कि आखिर चोरी के फोन को ब्लॉक और अनब्लॉक कैसे कर सकते हैं…
चोरी फोन को कैसे करें ब्लॉक
- सबसे पहले CEIR वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
- यहां आपको तीन ऑप्शन Block/Lost Mobile, Check Request Status और Un-Block Found Mobile मिलेंगे।
- चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के लिए Block/Lost Mobile ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद एक पेज खुलेगा, जिसमें आपको अपने मोबाइल की डिटेल दर्ज करनी होगी।
- मोबाइल डिटेल के तौर पर मोबाइल नंबर, IMEI नंबर डिवाइस ब्रांड, कंपनी, फोन खरीदने की invoice, फोन खोने की तारीख दर्ज करनी होगी। इसके अलावा मोबाइल डिटेल के तौर पर राज्य, जिला, फोन चोरी होने का एरिया, कंप्लेंट नंबर दर्ज करना होगा। इसके अलावा पुलिस शिकायत कॉपी को अपलोड करना होगा। सारी डिटेल फिल करने के बाद इसे अपलोड करना होगा।
- इसके बाद Add more complaint पर क्लिक करना होगा, जिसमें मोबाइल ओनर का नाम, पता, आधार कार्ड के साथ पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और आइडेंटिटी को दर्ज करना होगा। इसके बाद आखिरी बार अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा।
- फिर आपके नंबर पर एक ओटीपी जाएगा। इसके बाद वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इस तरह फाइनल सब्मिट करके मोबाइल फोन को ब्लॉक किया जा सकेगा।
फोन चोरी की FIR क्यों है जरूरी
फोन चोरी होने पर सबसे पहले स्मार्टफोन खोने की रिपोर्ट दर्ज करानी होगी। इसे ऑनलाइन मोड से दर्ज करा सकते हैं, जिससे चोरी होने वाले स्मार्टफोन का FIR नंबर जनरेट होगा। FIR दर्ज होने के बाद आप कानूनी रूप से फोन से होने वाले गलत काम के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराए जाएंगे। आप डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन की वेबसाइट सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) से चोरी के स्मार्टफोन को ब्लॉक और अनब्लॉक किया जा सकता है। साथ ही फोन की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है।