लखनऊ: मोहनलालगंज इलाके में रहने वाले एक किसान व उसके पड़ोसी के बीच सोमवार को रुपये के विवाद को लेकर झगड़ा हो गया। पड़ोसी ने किसान को बुरी तरह पीट दिया। मारपीट में किसान को अंदरूनी चोट लगी। बुधवार की रात अचानक उसकी तबियत खराब हो गयी। परिवार के लोगों ने उसको इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गयी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज करते हुए उसको गिरफ्तार कर लिया है।
इंस्पेक्टर काकोरी रामपाल यादव ने बताया कि बक्खाखेड़ा गांव में किसान 40 वर्षीय राजू अपने परिवार के साथ रहता था। राजू के ही पड़ोस में पैर से विकलांग किसान छन्नू सिंह भी रहता है। बताया जाता है कि सोमवार की शाम राजू व छन्नू सिंह के बीच रुपये को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद छन्नू सिंह ने राजू को पीट दिया।
मारपीट के दौरान राजू को अंदरूनी चोट लगी। डाक्टर को दिखाने के बजाय राजू ने दर्द की दवा ले ली। बताया जाता है कि बुधवार की रात अचानक राजू की तबियत बिगड़ गयी। परिवार के लोगों ने इस बात की सूचना मोहनलालगंज पुलिस को दी। हालत बिगडऩे पर राजू को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी। राजू करी मौत की सूचना पाकर पहुंची मोहनलालगंज पुलिस ने छानबीन कर राजू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने छन्नू सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज करते हुए उसको गिरफ्तार कर लिया।
स्मैक को लेकर हुआ था झगड़ा
बक्खाखेड़ा गांव निवासी राजू व छन्नू सिंह स्मैक पीने के आदी थे। गांव के लोगों ने बताया कि सोमवार को छन्नू सिंह ने राजू पर उसकी स्मैक की पुडिय़ा चोरी करने का आरोप लगाया। राजू ने स्मैक चोरी करने की बात से इंकार किया। बस इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया और छन्नू सिंह ने राजू को पीट दिया। वहीं मोहनलालगंज पुलिस का कहना है कि छन्नू सिंह ने राजू को कुछ समय पहले 8 हजार रुपये दिये थे। रुपये लेने के बाद राजू पैसे वापस करने में आनाकानी कर रहा था। सोमवार को इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया।
पुलिस को लगा मानचाही तहरीर लिखाने का आरोप
किसान राजू की हत्या के मामले में पुलिस आरोपी छन्नू सिंह के बचाव में नज़र आयी। मोहनलालगंज पुलिस का दावा है कि छन्नू सिंह पैर से विकलांग है और वह राजू की हत्या नहीं कर सकता है। पुलिस का तर्क है कि सोमवार को दोनों के बीच विवाद हुआ और छन्नू सिंह ने राजू को धक्का दे दिया। आरोप इस बात का भी है कि इस मामले में पुलिस ने मृतक के परिवार वालों से मानचाही तहरीर लिखवा कर मामले को हल्का करने की भी कोशिश की।