सामग्री
कुंदरू 250, नमक एक छोटी चम्मच से थोड़ा ज्यादा, सिरका दो बड़ा चम्मच, सरसों का तेल ¼ कप, हींग 2 से 3 चुटकी, लाल मिर्च पाउडर एक छोटा चम्मच, हल्दी पाउडर ½ छोटा चम्मच, पीली सरसों दो छोटा चम्मच, सौंफ 2 छोटा चम्मच, मेथी दाना दो छोटा चम्मच।
यों बनाएं
कुंदरू को पहले अच्छे से साफ करके लें। इसके बाद इसके डंठल काटकर हटा दें और इन्हें लंबाई में चार भाग करते हुए काटकर किसी प्याले में निकाल लें। अब इसमें नमक डालकर मिक्स कर दें। कुंदरू के प्याले को ढक कर 3-4 घंटे के लिए धूप में रखें। चार घंटे बाद, कुंदरू को चमचे से अच्छे से मिक्स कर लीजिए और इसमें से निकला जूस छानकर अलग कर लें।
अचार बनाने के लिए साबुत मसालों को एक पैन को गर्म करके हल्का भून लें। मसालों के भुन जाने पर गैस बंद कर दीजिए और मसाले को एक प्याले में निकाल लीजिए। मसाले को ठंडा होने दीजिए। मसालों के ठंडा होने के बाद, इन्हें मिक्सर जार में डालकर दरदरा पीस लीजिए। अब एक पैन में थोड़ा तेल गर्म कीजिए। तेल को धुआं उठने तक अच्छे से गर्म कर लीजिए। फिर, गैस बंद कर दीजिए और कुंदरू के टुकड़े गर्म तेल में डाल दीजिए। इसके बाद, दरदरे कुटे मसाले, हींग, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर और नमक डाल दें। सारी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें। कुंदरू के टुकड़ों में मसाले अच्छे से मिलने के बाद, सिरका मिला दें। कुंदरू का अचार बनकर तैयार है, अब इसे एक अलग प्लेट में निकाल लीजिए।
स्वादिष्ट कुंदरू का अचार बनकर तैयार है। आप इसे तुरंत भी खा सकती हैं। लेकिन इसका असली स्वाद दो दिनों के बाद ही आता है, जब मसाले कुंदरू के टुकड़ों में अच्छे से ज़ज्ब हो जाते हैं। अचार को फ्रिज में रखकर 10 से 12 दिनों तक खाने के लिए उपयोग कर सकती हैं और फ्रिज से बाहर रखकर अचार एक सप्ताह तक खाने योग्य रहता है।
सुझाव
रात में कुंदरू में नमक मिलाकर रखने से भी सुबह तक जूस निकल जाएगा।
सरसों के तेल को अच्छे से गर्म कर लेने पर तेल का तीखापन कम हो जाता है। साबुत मसालों को बहुत हल्का-सा भूनना होता है, इनका रंग नहीं बदलना चाहिए, बस नमी खत्म होनी चाहिए। अचार को किसी भी कंटेनर में रखकर दिन में एक या दो बार चम्मच से चलाकर ऊपर-नीचे कर दीजिए, ताकि जो तेल मसाले नीचे जाकर बैठ जाते हैं, वो अच्छे से अचार में मिक्स हो जाएं।
जिस कन्टेनर में अचार रखना हो, उसे उबलते पानी से धोकर धूप में अच्छे से सुखाने के बाद ही प्रयोग में लाएं।