हमास ने रविवार को चेतावनी दी कि इस्राइल बिना आदान-प्रदान के बंधकों को जीवित नहीं ले जा सकता है। इस चेतावनी के बाद भी इस्राइली सेना ने सोमवार को गाजा में रॉकेट दागे।
हमास की चेतावनी के बाद इस्राइल ने दक्षिणी गाजा के मुख्य शहर में सोमवार को भी हमला जारी रखा है। दरअसल, हमास ने कहा था कि जब तक कैदियों की रिहाई की उसकी मांग को पूरा नहीं किया जात, तबतक कोई भी इस्राइली बंधक इस क्षेत्र से जीवित नहीं जाएगा। हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमला किया था। इस दौरान उन्होंने करीबन 240 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।
हमास के हमले का इस्राइन ने भी सैन्य हमले से पलटवार किया है। इस्राइल के लगातार हमले से गाजा पट्टी मलवे में तबदील हो गया। इस हमले में ज्यादातर महिलाए और बच्चे मारे गए। फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद के आतंकियों ने बताया कि उन्होंने एक घर को उड़ा दिया, जहां इस्राइली सैनिक सुरंग की तलाश कर रहे थे।
चेतावनी के बाद भी गाजा में दागे गए रॉकेट
हमास ने रविवार को चेतावनी दी कि इस्राइल बिना आदान-प्रदान के बंधकों को जीवित नहीं ले जा सकता है। इस चेतावनी के बाद भी इस्राइली सेना ने सोमवार को गाजा में रॉकेट दागे। इस्राइल का कहना है कि करीबन 137 बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं। वहीं कार्यकर्ताओं का मानना है कि लगभग 7000 फलस्तीनी इस्राइली जेलों में बंद है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के 2.4 मिलियन लोगों में से 1.9 मिलियन लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं, उनमें से आधे बच्चे शामिल हैं।
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