आज के समय में ज्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी की चपेट में हैं। इसके पीछे उनकी खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट ही कहीं न कहीं जिम्मेदार हैं। किडनी की बीमारी भी उन्हीं में से एक है। किडनी हमारे शरीर का जरूरी अंग है। ये हमारी पूरी बॉडी की सफाई करने का काम करता है। अगर इसमें कोई खराबी हो जाए तो पहले से ही इसके लक्षण नजर आने लगते हैं।
आपको बता दें कि किडनी की बीमारी के कुछ लक्षण हाथ और पैरों में भी नजर आते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं
हाथ पैरों में सूजन आना
किडनी जब सही ढंग से काम नहीं कर पाती है तो इससे हमारे शरीर में पानी जमा हो जाता है। इस कारण हमारे हाथ और पैरों में सूजन आने लगता है। इसे एडिमा कहते हैं। ये किडनी खराब होने का शुरुआती संकेत हो सकता है। अगर आपने सावधानी नहीं बरती तो ये सूजन शरीर के बाकी अंगों में भी हो सकता है।
बदल जाता स्किन का रंग
किडनी जब शरीर से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकाल पाती है तो हाथ-पैर की स्किन पर भी असर देखने को मिलता है। स्किन में खुजली, ड्राईनेस, दाने या रेडनेस की दिक्कत देखने को मिलती है। कभी कभार तो स्किन का रंग हल्का, पीला या भूरा भी हो सकता है।
मसल्स में खिंचाव और कमजोरी
किडनी हमारे शरीर में पोटैशियम, कैल्शियम और सोडियम जैसे मिनरल्स काे संतुलित रखने का काम करती है। किडनी की खराबी से ये मिनरल्स असंतुलित हो जाते हैं, जिससे पैरों में खासकर रात को तेज दर्द वाले खिंचाव यानी कि क्रैम्प्स होते हैं। इसके साथ हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन भी महसूस हो सकता है।
नाखूनों में बदलाव
किडनी की बीमारी होने पर हाथ और पैरों के नाखूनों में भी बदलाव देखने को मिलता है। इस दौरान आधे-आधे नाखून सफेद और बाकी हिस्से लाल और भूरे हो जाते हैं। कभी-कभी सफेद धारियां या हल्के रंग के नाखून भी दिखते हैं। ये अक्सर एनीमिया (खून की कमी) का संकेत होता है, जो किडनी मरीजों में आम है।
हाथ-पैरों का ठंडा और सुन्न होना
किडनी की समस्या से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर ढंग से नहीं हो पाता है। इस कारण हाथ-पैर