काले धब्बे देख कर हम केले नहीं खरीदते है मगर बता दे कि काले धब्बे पूरी तरह से पके होते है. कच्चे केला को सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. केले के पकने के साथ उसमे एंटीऑक्सीडेंट तत्वों का स्तर बढ़ जाता है. पके हुए केले में एंटीऑक्सीडेंट तत्वों का स्तर बढ़ जाता है.
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केले में कैरोटिनॉइड एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है, यह इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है. केले में पोटैशियम, विटामिन ए, सी, बी1,बी2 और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. केले में एफओएस के तत्व पाए जाते है, इससे पेट की बीमारियों से राहत मिलती है. पके केले से पेट में जलन, गैस, एसिडिटी से राहत दिलाता है. केले में मैग्नीशियम होता है, इस कारण ये आसानी से पच जाता है.
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केले खाने के कारण ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है, यह बॉडी में पानी की कमी नहीं होने देता है. केला शरीर की कई तरह की आंतरिक क्रियाओ को सुचारु रूप से सम्पन्न करने में अहम भूमिका निभाता है. इसलिए काले धब्बे के कारण केले को सड़ा हुआ समझ कर न फेंके.
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