महंगाई भले ही आंकड़ों में कम नजर आती है, लेकिन आम भारतीय परिवार के जरूरी खर्च तेजी से बढ़ रहे हैं. हायर एजुकेशन पहले से महंगी है. सालाना इसका 10-12 फीसदी का बोझ जेब पर पड़ रहा है. अब सवाल उठता है कि कैसे बच्चों के लिए बड़ा फंड बनाया जाए, ताकि आने वाले भविष्य में उनकी जरूरतें पूरी हो सकें.अगर बैंकों ने मान ली रेलवे की ये बात, तो सस्ता मिलेगा आपको ट्रेन टिकट
बड़े रिटर्न के लिए यहां कर सकते हैं निवेश
फंड कंपनियों के पास आम तौर पर चाइल्ड प्लान की दो श्रेणियां होती हैं – मासिक आय योजना (एमआईपी) और बैलेंस्ड फंड. एमआईपी में 15 से 25 फीसदी निवेश इक्विटी में किया जाता है और बाकी रकम डेट में लगाई जाती है. बैलेंस्ड फंड में जो भी चाइल्ड प्लान हैं, उनमें इक्विटी पर जोर दिया जाता है. इसलिए उनमें 65 फीसदी रकम शेयरों में या तो प्रत्यक्ष रूप से या वायदा एवं विकल्प के जरिये निवेश करते हैं.
लड़कियों के लिए बेस्ट है सुकन्या समृद्धि योजना
अगर आपकी एक या दो बेटी है तो आप केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ उठा सकते हैं. अगर आपकी दो बेटी हैं तो दोनों के लिए यह खाता खोल सकते हैं, लेकिन दो से अधिक बेटियों के लिए यह नहीं खोल पाएंगे. कानूनी तौर पर बच्ची के अभिभावक या माता पिता ही खाता खुलवा सकते हैं. खाता जारी रखने के लिए कम से कम 1000 रुपये प्रति माह का निवेश करना जरूरी है. खाता खुलने के 14 साल बाद तक निवेश कर सकते हैं.
लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई यह योजना निश्चित तौर पर बच्ची के भविष्य के लिए लाभकारी तो है ही, साथ ही आपके बोझ और चिंता को भी कम करेगी. शादी के समय भी आप इसमें से रकम निकाल सकेंगे. अगर आपकी बेटी 10 साल से कम की है तो अभी पोस्ट ऑफिस और कुछ अन्य ऑथराइज्ड बैंकों जैसे एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक में जाकर इसे खुलवा लीजिए. खाते के लिए माता-पिता का पहचान पत्र और बेटी का जन्म प्रमाण पत्र जरूरी है. जब बच्ची 21 साल की हो जाएगी, तब यह खाता मच्यौर होगा. खास बात यह है कि इसमें जमा धन पर 80 सी के तहत टैक्स छूट भी मिलती है, यानी इसमें जमा 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर आपको टैक्स छूट मिलेगी.