समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर बीजेपी पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। निकाय चुनाव, नोटबंदी और विकास कार्यों को लेकर उन्होने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
सैफई हवाई पट्टी पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि गुजरात के हालात भाजपा के पक्ष में नहीं है। भाजपा विरोधी दल एकजुट होकर चुनाव प्रचार में जुट जाएं। भाजपा को सत्ता से बाहर करें। उन्होंने नोटबंदी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार खत्म हो गया। ऐसा नहीं हुआ है। राष्ट्रभक्ति के नाम पर लोगों ने नोटबंदी झेली और बर्दाश्त की। नोटबंदी के समय अयोध्या में 14 कोसी पदयात्रा चल रही थी नोटबंदी के समय कई गरीब लोगों की मौत हुई थी।
उन्होंने कहा कि सपा ने यूपी का चुनाव विकास के नाम पर लड़ा था। भाजपा ने कब्रिस्तान और श्मशान के नाम पर लोगों को लड़वा दिया। आज वो ही लोग गुजरात में विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं। रिवर फ्रंट की जांच के मुद्दे पर कहा कि रिवर फ्रंट साबरमती अहमदाबाद से ज्यादा अच्छा बना है। बीजेपी झूठ बोलने वाली और लोगों को धोखा देने वाली पार्टी है। यूपी निकाय चुनाव में एक किन्नर को हराने के लिए मुख्यमंत्री पांच बार अयोध्या गए। किन्नर को जबरदस्ती हरवा दिया गया। यूपी निकाय चुनाव में निर्दलीय सबसे आगे रहे। नंबर दो पर भाजपा और नंबर तीन पर सपा रही है।
मुख्यमंत्री जिसके लिए वोट डालने गए वहां पर उनका प्रत्याशी हार गया। बराक ओबामा मुझे बताकर गए थे कि भगवान और जातिवाद के नाम पर लड़ाने से कभी देश आगे नहीं बढ़ सकता। केवल विकास के नाम पर देश आगे बढ़ सकता है। भाजपा के लोग केवल जातिवाद और भगवान के नाम पर लड़वाते हैं।
इटावा नगर पालिका परिषद से चेयरमैन के चुनाव में सपा की जीत पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चेयरमैन नौशाबा खानम के पति एवं पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इटावा की जनता ने गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखने की मिसाल कायम की है। जनता एवं मतदाता भी इसके लिए बधाई के पात्र हैं।