राइट्स के तकनीकी विशेषज्ञों ने यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी की मौजूदगी में गुणवत्ता और तकनीकी पहलुओं की जांच की। एक्सप्रेस-वे को गई जगह खोदकर निर्माण सामग्री के नमूने की जांच कराई गई। करीब दो महीने तक चली जांच के बाद राइट्स ने गुणवत्ता को निर्धारित मानक के अनुरूप बताते हुए क्लीन चिट दे दी है।
सीसीटीवी कैमरे लगाने में छह महीने का वक्त लगेगा
राइट्स की जांच में सामने आया कि एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने थे जो कि समय पर नहीं लगाए गए। यूपीडा ने अब इसके लिए नए सिरे से टेंडर किए हैं, इसमें करीब छह महीने का समय लगेगा।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एक नजर
302 किमी. लंबा है एक्सप्रेस-वे
13 बड़े और कई छोटे पुल बनाए गए गए हैं इसपर
8 लेन तक किया जा सकता है इसका विस्तार
9055 करोड़ रुपये थी 6 लेन के एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत
9400 करोड़ रुपये अब तक इसपर खर्च