बिहार की सियासी गर्मियों के बीच राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपने बेटों को लेकर ही संशय में हैं. लालू यादव को खुद इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि उनके दोनों बेटों में कौन बड़ा है और कौन छोटा.
मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर लॉन्च होगा योगी का ‘मेक इन यूपी’कपिल मिश्रा का नया वार, केजरीवाल सरकार के खिलाफ लोकायुक्त को देने होगे ये ठोस सबूत…
बुधवार को लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को छोटा बेटा कहकर संबोधित किया. जबकि तेज प्रताप उनके बड़े बेटे हैं. वहीं चुनाव आयोग दिए हलफनामे में दोनों की उम्र की जानकारी चौंकाने वाली है.
दोनों ने जो एफिडेविट चुनाव आयोग को दिए हैं, उनके मुताबिक लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की उम्र ज्यादा है. जबकि बड़ा बेटा होने के बावजूद तेजप्रताप यादव की उम्र कम दिखाई गई है.
दरअसल, लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं. वहीं छोटे बेटे तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं. यानी छोटे बेटा बड़े पद पर तैनात है, जबकि बिहार सरकार में बड़े बेटे का राजनीतिक कद छोटा है.
वहीं बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व में बीजेपी के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात की थी. उन्होंने चुनाव आयुक्त को तेजप्रताप यादव के खिलाफ ज्ञापन सौंपा था. जिसमें तेजप्रताप पर झूठा शपथ पत्र देने का आरोप लगाया था. इस आधार पर सुशील मोदी ने तेजप्रताप पर आपराधिक मुकदमा चलाने और उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की थी.