मालूम हो कि हिंसा भड़काने के आरोपी संभाजी भिड़े गुरुजी और मिलिंद एकबोटे महाराष्ट्र के बड़े दक्षिणपंथी नेता हैं. संभाजी भिड़े महाराष्ट्र में शिव प्रतिष्ठान नाम से संगठन चलाते हैं तो वहीं मिलिंद एकबोटे हिंदू एकता आघाडी का नेतृत्व करते हैं.
बता दें कि संभाजी भिड़े गुरुजी का मराठा समुदाय में अच्छा दबदबा माना जाता है. सांगली जिले से आने वाले भिड़े गुरूजी का रुतबा ऐसा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब मोदी सांगली आए थे तो सुरक्षा घेरा तोड़कर भिड़े गुरुजी से मिले थे.
भिडे गुरूजी का रुतबा मोदी तक ही सीमित नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बार तो महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने उनसे मिलने के लिए अपना प्लेन तक रुकवा दिया था.
उधर, भारिप-बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह आरोप लगाया कि शिव प्रतिष्ठान और हिंदू एकता आघाडी के कार्यकर्ताओं ने भीमा कोरेगांव विजयस्तंभ के लिए निकले जुलूस पर पत्थर बाजी की. जिससे हिंसा की शुरुआत हुई. इस हिंसा के विरोध में आंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है और शांति बरतने की अपील की है.