
हसन रुहानी का यह बयान शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है, जिसमें ट्रंप ने अगले हफ्ते ईरान के ऐतिहासिक परमाणु समझौते को अमान्य करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद यह समझौता रद्द हो सकता है।
तेहरान यूनिवर्सिटी के छात्रों को दिए संबोधन में रुहानी ने कहा, ‘हमने ऐसे लाभ प्राप्त किए हैं, जो अपरिवर्तनीय है। कोई भी परमाणु समझौते करार को वापस नहीं ले सकता है। ट्रंप क्या 10 अन्य ट्रंप भी नहीं। ’ ईरान ने स्वीकार किया कि समझौते के हिस्से के तौर पर उसने अपने प्रतिस्पर्धात्मक परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाया है।
जवाब में ईरान को लाभ भी मिला, दूसरों को ईरान के तेल निर्यात के खिलाफ उस पर से प्रतिबंध हटा लिया गया। ट्रंप से ईरान के क्रांतिकारी सैन्य बल और ईरान समर्थित शिया आतंकी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ नई कार्रवाई कर सकते हैं।
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