ईरान से गैस विवाद के चलते भारत ने तेल खरीदने पर बड़ी कटौती का फैसला लिया है। भारत इसमें करीब 25 फीसदी की कटौती कर सकता है। ये फैसला नई दिल्ली और तहरान के बीच ने गैस फील्ड विवाद को लेकर लिया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक स्टेट रिफाइनरीज हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल व अन्य को इस कटौती से लिए बता दिया गया है।
हालांकि, रिफाइनरीज ने इस मसले पर मीडिया से बातचीत नहीं की है। बताया जा रहा है कि ईरान की बड़ी ‘फरजाद बी नेचुरल गैस फील्ड’ के विकास को लेकर भारत को वो अधिकार नहीं मिले हैं। और भारत इनकी मांग लंबे समय से करता आ रहा है। भारत, चीन के बाद ईरान से तेल खरीदने वाला खरीदार है और ऐसे में ये कटौती एक बड़ा बदलाव ला सकती है।
पिछले साल भारत ने 5,10,000 बैरल पर डे क्रूड ऑयल खरीदा था। लेकिन अब 2017-18 में इसमें 1,99,000 बीपीडी की कटौती की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय स्टेट रिफाइनरीज इस फैसले को मामने के पक्ष में नहीं है।
सूत्रों के अनुसार प्राइवेट रिफाइनर रिलांयस इंडस्ट्रीज ने पहली बार ईरानियन डील की है, जिसके मुताबिक वो रोज वहां से 30 हजार हेवी प्रोजन क्रूड ऑयल लेगा। बता दें कि 4.6 मिलियन बीपीडी की मांग के हिसाब से भारत चीन और अमेरिका के बाद तीसरे नंबर पर आता है। साथ ही भारत उन्हें गिने-चुने राष्ट्रों में एक है जो अंतरराष्ट्रीय दबाव में डूबे इरान से लगातार तेल खरीद रहा है।