वरिष्ठ सपा नेता व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने गोरखपुर व फूलपुर उपचुनाव में जीत को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा, मैं सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए विपक्षी एकता का पैरोकार रहा हूं। 2017 के चुनाव से पहले हमने ऐसी एकता बनाई होती तो अखिलेश यादव फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री होते। शिवपाल यादव पिछले चार दिन से मॉरीशस में हैं। उन्होंने भतीजे अखिलेश यादव को इस जीत की बधाई दी है। गौररतलब है कि पिछले कई दिनों से शिवपाल व अखिलेश के बीच कड़वाहट होने की खबरें आ रही थीं। गोरखपुर-फूलपुर में सपा की सोशल इंजीनियरिंग की जीत, बसपा का समर्थन रहा टर्निंग पॉइंट
गोरखपुर-फूलपुर में सपा की सोशल इंजीनियरिंग की जीत, बसपा का समर्थन रहा टर्निंग पॉइंट
शिवपाल सिंह यादव ने मॉरीशस के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के साथ ही कई अन्य कार्यक्रमों में शिरकत की है। वहां से टेलीफोन पर बातचीत में उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री के क्षेत्रों में जीत मिलना महत्वपूर्ण है। उन्होंने नरेश अग्रवाल द्वारा जया बच्चन पर की गई टिप्पणी की भी निंदा की। कहा, मैं पहले भी कह चुका हूं कि नरेश अग्रवाल सपा के लिए कलंक हैं। उनके भाजपा में जाने से इस कलंक से मुक्ति मिल गई है।
जीत के बाद ये बोले अखिलेश यादव- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर व फूलपुर के उपचुनाव में जीत के बाद मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि ये राष्ट्रवाद के नाम पर झूठे वादे करने वालों की हार है। नोटबंदी-जीएसटी से जो लोगों की नौकरियां गई हैं, इसका जनता ने जबाव दिया है।
वो सपा कार्यालय में मीडिया को सम्बोधित कर रहे थे। अखिलेश ने इस जीत के लिए बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके कार्यकर्ताओं ने जो हमारा साथ दिया और मेहनत की। इसके लिए उन्हें धन्यवाद। अखिलेश ने मायावती के साथ ही कांग्रेस और वाम दलों को भी इस जीत के लिए धन्यवाद दिया।
अखिलेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हम अपने काम गिनाते रहे लेकिन वो जातिवाद की बात करते रहे। कोई भी ऐसी जाति नहीं होगी जिसके नेता को उन्होंने मुख्यमंत्री बनाने की बात न की हो। पिछले एक साल में उन्होंने जो कानून-व्यवस्था की और संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं, इन चुनाव में जनता ने इसका जवाब दिया है। भाजपा को विकास के रास्ते पर लौटना होगा। विकास की बात करनी होगी। भाजपा के लोगों ने जनता को डराया है, जातिवाद का जहर घोला है। ये चुनाव परिणाम उसका जवाब हैं।
अखिलेश ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन की संभावना पर कहा कि आज का दिन खुशी मनाने का दिन है। इसके अलावा कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान कि अभी लाल रंग को डुबोया है आगे लाल टोपी को डुबा देंगे, पर अखिलेश ने कहा कि लाल रंग साफ दिखाई देता है और सावधान करता है। मुझे उम्मीद है कि अब मुख्यमंत्री जी जब लाल रंग देखेंगे तो सावधान हो जाएंगे।
जीत के बाद योगी आदित्यनाथ ने ये दी प्रतिक्रिया- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये चुनाव परिणाम हमारे लिए एक सबक है। हम इसकी समीक्षा करेंगे। जो नतीजे आए हैं हम उनका सम्मान करते हैं और विजयी प्रत्याशियों को बधाई देते हैं।
हार के कारणों पर योगी ने कहा कि उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी रहते हैं, जबकि आमचुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों पर मतदान होता है। ऐसे में हम इस हार से सबक लेकर मंथन करेंगे। हमें यकीन है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो गरीब कल्याण की योजनाएं चलाई जा रही हैं या देश में परिवर्तन के जो काम हुए हैं, उन्हें जनता समझेगी।
उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन को राजनीतिक सौदेबाजी करार दिया और कहा कि हम इस गठबंधन को नहीं समझ सके हैं। हमें इसके लिए एक रणनीति बनानी होगी। उन्होंने अतिआत्मविश्वास को भी हार का एक कारण बताया। गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद को जबकि फूलपुर में नागेंद्र पटेल को जीत हासिल हुई है।
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