अब GST से महंगी हो जाएगी शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा पर पड़ेगा बुरा असर…
1
टैक्स- एक्साइज ड्यूटी
जिस पर लगता था- देश में बनने वाली सभी वस्तुओं पर
कौन लेता था- केंद्र सरकार
रेट- 12.5% तक
2
टैक्स- ड्यूटीज ऑफ एक्साइज
जिस पर लगता था- दवाओं और सफाई से जुड़े कुछ उत्पादों पर
कौन लेता था- केंद्र सरकार
3
टैक्स- एडीशनल ड्यूटीज ऑफ कस्टम
जिसपर लगता था- कुछ खास आयात होने वाले आयटम पर कस्टम ड्यूटी के अलावा लगता था। इसे सीवीडी प्रोडक्ट कहा जाता था।
कौन लेता था- केंद्र सरकार
4
टैक्स- स्पेशल एडीशनल ड्यूटीज ऑफ कस्टम
जिस पर लगता था- किसी खास व्यक्ति की ओर से किसी वस्तु को आयात करने पर, बेचने के बाद यह रिफंड हो जाता था।
कौन लेता था- केंद्र सरकार
5
टैक्स- सर्विस टैक्स
जिस पर लगता था- किसी भी सेवा पर, जैसे होटल, रेस्त्रां, अस्पताल या वकील की सेवा लेने पर।
कौन लेता था- केंद्र सरकार
रेट- 14 प्रतिशत
6
टैक्स- सेंट्रल सर्चार्ज(सेस)
जिस पर लगता था- सर्विस टैक्स और इनकम टैक्स पर, इसे एजुकेशन, स्वच्छ भारत अभियान और खेती के रूप में वसूला जाता था।
कौन लेता था- केंद्र सरकार
रेट- 1.5 फीसदी (कुल मिलाकर)
(नोट- सेस टैक्स की कैटेगरी में नहीं आता लेकिन टैक्स के साथ वसूला जाता है)
7
टैक्स- राजकीय वैट
जिस पर लगता था- बिकने वाली किसी भी वस्तु या सेवा पर
कौन लेता था- राज्य सरकारें
8
टैक्स- सेल्स टैक्स
जिसपर लगता था- किसी भी वस्तु की बिक्री पर
कौन लेता था- राज्य सरकार
9
टैक्स- लग्जरी टैक्स
जिस पर लगता था- महंगे और शौक से जुड़ी वस्तुओं पर
कौन लेता था- राज्य सरकारें
10
टैक्स- स्टेट इंट्री टैक्स
जिस पर लगता था- एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करने वाली किसी भी वस्तु पर
कौन लेता था- राज्य सरकारें
11
टैक्स- मनोरंजन कर
जिस पर लगता था- फिल्म देखने या किसी तरह के मनोरंजन पर
कौन लेता था- राज्य सरकारें या स्थानीय निकाय
12
टैक्स- विज्ञापन टैक्स
जिस पर लगता था- विज्ञापन करने वाली एजेंसियों पर
कौन लेता था- राज्य सरकार
13
टैक्स- परचेज टैक्स
जिस पर लगता था- वस्तुओं की खरीद पर
कौन लेता था- राज्य सरकारें
14
टैक्स- लॉट्री और जुआ टैक्स
जिस पर लगता था- लॉट्री खेलने वालों पर
कौन लेता था- राज्य सरकार