आगामी 10 अक्तूबर से मेट्रो किराया बढ़ोतरी के फैसले को लेकर पांच महीने से चुप बैठी दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसका विरोध जताते हुए परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से मामले में रिपोर्ट तलब की।#बड़ी खबर: राष्ट्रपति भवन में अंग्रेजी का बोलबाला, राजभाषा हिंदी की घोर अवहेलना
इसके बाद परिवहन मंत्री ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक मंगू सिह के साथ बैठक की। परिवहन मंत्री ने किराया बढ़ाने पर रोक का आदेश दिया है, दूसरी तरफ डीएमआरसी किराया बढ़ाने के अपने फैसले पर अटल है।
दिल्ली सचिवालय में डीएमआरसी प्रमुख मंगू सिंह की परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ एक घंटे से ज्यादा देर तक बैठक हुई। परिवहन मंत्री ने कहा कि डीएमआरसी प्रमुख से दूसरे चरण के प्रस्तावित किराये पर रोक लगाने को कहा गया है।
जब परिवहन मंत्री से पूछा गया कि दूसरे चरण की किराये बढ़ोतरी की घोषणा डीएमआरसी ने मई में पहले चरण की किराया बढ़ोतरी के दौरान कही थी, तब सरकार ने क्यों विरोध नहीं जताया।
इस पर परिवहन मंत्री ने कहा कि मई में हमारे तत्कालीन परिवहन मंत्री ने चिट्ठी लिखकर किराया बढ़ोतरी पर विरोध जताया था। जब उनसे पूछा गया कि किराया निर्धारण समिति जो मेट्रो का किराया तय करती है, उसमें दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव भी होते है।
यही वजह थी कि परिवहन मंत्री इस पर साफ-साफ कुछ भी कहने से बचते रहे। उधर, बैठक से बाहर निकले मंगू सिंह ने कहा कि किराया अपने तय समय के अनुसार ही बढ़ेगा।