अक्सर विवादों में रहने वाले पूर्व टेस्ट अंपायर डेरल हेयर एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। मगर इस बार क्रिकेट के विवादों में नहीं बल्कि चोरी करने के आरोप में। ऑस्ट्रेलिया के अंपायर डेरल हेयर शराब की दुकान पर चोरी करने के आरोप में दोषी पाए गए हैं।इरफान पठान ने भावुक होकर दिया बड़ा बयान, कहा- टीम इंडिया ने मेरा इंतजार करना छोड़ दिया है
इस मामले में उन्हें मजिस्ट्रेट की तरफ से से जेल की सजा तो नहीं मिली है। मगर उनसे 18 महीने का अच्छे बर्ताव करने का बॉन्ड भराया गया है। और साथ में उन्हें कहा गया है कि वो काउंसलिंग के साथ-साथ चोरी किया गया पैसा भी वापस करें।
गौरतलब है कि 78 टेस्ट में अंपायरिंग करने वाले डेरल हेयर ने एक शराब की दुकान से 7,034.39 डॉलर यानी लगभग 4.56 लाख करोड़ रुपये चुराए थे। अंपायरिंग से रिटायर होने के बाद हेयर इस स्टोर पर काम कर रहे थे जहां उन्होंने 25 फरवरी से लेकर 28 अप्रैल तक काम किया और इस दौरान उन्हें जब मौका मिला तब उन्होंने चोरी की। खबरों की मानें तो अंपायर डेरल हेयर को जुआ खेलने की लत थी और वो इसीलिए पैसा चुराते थे।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के रहने वाले डेरेल हेयर ने 17 सालों तक अंपायरिंग की। हेयर ने 138 वनडे, 78 टेस्ट और 6 टी20 मैचों में अंपायरिंग की। हेयर का करियर काफी बड़ा रहा। मगर वो कई बार विवादों में घिरे रहे।
मालूम हो कि डेरेल हेयर ने 1995 में मेलबर्न टेस्ट के दौरान मुरलीधरन को चकर करार देते हुए उनकी गेंदों को नो बॉल करार दिया था। हेयर ने मुरलीधरन के 3 ओवर में 7 बार उनकी गेंदों को नो बॉल करार दिया। जबकि साल 2006 में डेरल हेयर ने पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच चल रहे ओवल टेस्ट के दौरान पाकिस्तानी टीम पर गेंद से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा दिया था। उस दौरान उन्होंने इंग्लैंड को 5 पेनल्टी रन दे दिए थे। डेरल हेयर के इस तरह के फैसले की चारों ओर आलोचना हुई और 4 नवंबर 2006 को आईसीसी ने उनपर बैन लगा दिया था।