दिल्ली नगर निगम चुनाव के एक सप्ताह पहले भाजपा ने उतराखंड जैसा एक बड़ा कदम उठाया हैं। इसके फैसले के तहत अनुशासन समिति ने 21 कार्यकर्ताओं को पार्टी विरोधी पाया गया है।
देखिये: अमिताभ के पीछे पड़ी थी ये पागल फैन, कमरे में खोल दी साड़ी और देने लगी…. पार्टी की ओर से शनिवार शाम को इन सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है।
आपको बता दे कि इनमें रणहौला वार्ड के मौजूदा पार्षद भी शामिल हैं। इन लोगों पर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों को चुनाव में नुकसान पहुंचाने का आरोपी पाया गया हैं। समिति व्दारा जांच के बाद यह मामला सत्य साबित हुआ जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
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बता दे कि MCD चुनाव के लिए भाजपा ने मौजूदा पार्षदों व उनके रिश्तेदार को टिकट नहीं दिया था। पार्टी ने दांव खेलते हुए नामांकन से कुछ घंटे पहले सभी प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक किए थे। टिकट का फैसला होने से विरोधी कार्यकर्ताओं को किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला। जिससे गुस्साये कर्मचारी पार्टी का विरोधी करने लगे और प्रत्याशियों के खिलाफ दुष्प्रचार करना शुरु कर दिया। इसकी शिकायतें मिलते ही इन कार्यकर्ताओं को पार्टी से बरखास्त कर दिया।