जल्द ही इलाज के दौरान प्रयोग किए जाने वाले महंगे मेडिकल डिवाइसेस से लोगों को राहत मिल सकती है। बाईपास सर्जरी में प्रयुक्त होने वाले स्टेंट और घुटने का प्रत्यारोपण करने पर सरकार द्वारा राहत देने के बाद नया कानून बनने जा रहा है जिससे अन्य मेडिकल डिवाइसेस भी सस्ते हो जाएंगे। गोरखपुर हादसा: CM योगी को सौंपी गई BRD मेडिकल कॉलेज रिपोर्ट, सभी दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई..
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सरकार ने नेशनल मेडिकल डिवाइसेस पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार किया है, जिससे 80 फीसदी से विदेश से इंपोर्ट होने वाले इस तरह के उपकरण के दाम कम हो सकेंगे।
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ड्राफ्ट पॉलिसी के तहत अब मेडिकल डिवाइसेस के लिए भी मेक इन इंडिया पर जो र रहेगा। सरकार ने कहा है कि वो अब इन डिवाइसेस का निर्माण देश में ही कराएगी। एनपीपीए के तहत एक अलग डिपार्टमेंट बनेगा, जो कि मेडिकल डिवाइसेस के प्राइस पर नजर रखेगा।
अभी मेडिकल डिवाइसेस का देश भर में 7 बिलियन डॉलर का कारोबार होता है और इसमें हर साल 15 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हो रही है।