ममता सरकार ने इस साल पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है। दुर्गा पूजा के अगले दिन मोहर्रम होने के कारण मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि 1 अक्तूबर को मोहर्रम होने के कारण दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन की इजाजत नहीं दी जा सकती है। सरकार ने खोजा ओबीसी जातियों में पैठ बनाने का दूसरा रास्ता, केंद्रीय कैबिनेट की मिली मंजूरी
गौरतलब है कि ममता सरकार यह फैसला तब आया है,जब कलकत्ता हाई कोर्ट ने पिछले साल इस प्रकार की जनहित याचिकाओं पर रोक लगा दी थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह फैसला बुधवार देर रात दुर्गा पूजा आयोजकों के साथ एक बैठक के दौरान लिया।
उन्होंने दुर्गा पूजा आयोजकों से कहा कि विजय दशमी के दिन, विजर्सन शाम 6 बजे तक किया जा सकता है। उसके बाद मोहर्रम की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अगर दोनों ही त्योहार एक साथ मनाए जाएंगे तो कई समस्याएं खड़ी हो सकती है। मैं इसमें आप सभी का सहयोग चाहती हूं। कुछ लोग इस अवसर पर भी हिंदू और मुस्लिम को एक हथियार के तरह इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे और माहौल बिगाड़ने की प्रयास करेंगे।
हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मोहर्रम के दिन 24 घंटे के लिए विसर्जन नहीं किया जाएगा, विसर्जन 2,3 और 4 अक्तूबर को होगा।