पीसीएस परीक्षा के दौरान इंटरव्यू में धांधली की तमाम शिकायतें आने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने इसमें एक महत्वपूर्ण संशोधन किया है। साक्षात्कार अब 200 के बजाय 100 अंकों का होगा। ऐसे में लिखित परीक्षा का महत्व और बढ़ जाएगा। साथ ही इंटरव्यू की आड़ में अधिक नंबर देकर परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाए जाने जैसी शिकायतों भी खत्म हो जाएंगी। इसके साथ ही आयोग ने आईएएस की तर्ज पर पीसीएस मुख्य परीक्षा में भी केवल एक ऑप्शनल पेपर रखने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था नया अधिचायन आने पर वर्ष 2018 से लागू की जाएगी। यानी अगली पीसीएस परीक्षा बदले पैटर्न पर होगी।
इंटरव्यू 200 अंकों के बजाय 100 अंकों का होगा
आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि छह अक्तूबर को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि इंटरव्यू 200 अंकों के बजाय 100 अंकों को किया जाए। आयोग की मुहर लगने के बाद इसे अंतिम मंजूरी के लिए शासन के समक्ष भेज दिया गया है। सचिव का कहना है कि नियम के तहत लिखित परीक्षा के अधिकतम 12.2 फीसदी अंक ही इंटरव्यू में दिए जा सकते हैं लेकिन आयोग में पहले से व्यवस्था थी कि इंटरव्यू में अधिकतम 200 अंक दिए जाएंगे। ऐसे में लगातार शिकायतें आती थीं कि किसी को बहुत अधिक तो किसी को बहुत कम नंबर मिले और इससे परिणाम प्रभावित हुआ।
परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए लिया गया निर्णय
इसी के मद्देनजर इंटरव्यू के अंक घटाने का निर्णय लिया गया ताकि परीक्षा में पारदर्शिता जाए। वैसे भी सरकार ने ज्यादातर परीक्षाओं से इंटरव्यू को हटा दिया है। इस बदलाव के बाद कम से कम ये आरोप नहीं लगेंगे कि इंटरव्यू में गलत नंबर देकर परिणाम को प्रभावित किया गया। साथ ही लिखित परीक्षा का महत्व बढ़ेगा और योग्य अभ्यर्थियों का ही चयन होगा। इसके साथ ही पीसीएस मुख्य परीक्षा में पहले दो ऑप्शनल पेपर होते थे लेकिन अब एक ऑप्शनल पेपर होगा। वहीं, सामान्य अध्ययन के अब चार पेपर होंगे जबकि पहले दो पेपर होते थे। यह व्यवस्था पीसीएस परीक्षा-2018 से लागू की जाएगी। सचिव के मुताबिक नई व्यवस्था के तहत होने वाली परीक्षा का पैटर्न भी तैयार कर लिया गया है। जल्द ही शासन को भेज दिया जाएगा।