लुधियाना के बस्ती जोधेवाल के कैलाश नगर रोड स्थित गगनदीप कालोनी में मंगलवार सुबह बाइक सवार दो युवकों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा प्रशिक्षक और भाजपा नेता रविंदर गोसाईं (58) की गोलियां मारकर हत्या कर दी। आरोपियों ने आरएसएस नेता को उनके घर के बाहर ही दो गोली मारी। अगर दिवाली पर घर जाने के लिए नहीं मिल पाया है रिजर्वेशन तो परिचित हों इन स्पेशल ट्रेनों से
रविंदर गोसाईं की हत्या के आरोपी बाइक सवार सही मौके की तलाश में करीब आधे घंटे तक मुंह पर रुमाल बांधे गलियों में चक्कर लगाते रहे थे। गोसाईं जब शाखा से वापस आने के बाद अपनी पोती दीक्षा को गोद में लेकर गली के बाहर तक गए तो आरोपी उनके पास से भी दो बार निकले, लेकिन आरोपियों को सही मौका नहीं मिला। इसके बाद जब गोसाईं घर आए तो आरोपी आगे वाली गली से घूम कर उनकी गली में पहुंचे। उस समय भी गोसाईं ने पोती को गोद में उठाया हुआ था। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें आवाज दी ‘एदर देख ओए’। रविंदर ने जैसे ही पोती को नीचे उतारा तो आरोपियों ने उन पर दो गोलियां चला दी और वहां से फरार हो गए।
जिस समय आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया, आरएसएस नेता अपनी चार साल की पोती को गोद में लिए हुए थे। आरोपियों ने उनके गर्दन के पीछे और पीठ पर गोली मारी और फरार हो गए। गोसाईं की बहू आरोपियों के पीछे भी भागी, लेकिन आरोपी फरार हो गए। जानकारी के अनुसार रविंदर गोसाईं पिछले दो साल से इलाके में स्थित आमंत्रण कालोनी में शाखा लगाते थे और प्रशिक्षक थे।
गोसाईं के चार बेटे और एक बेटी हैं। तीन बेटों और एक बेटी की शादी हो चुकी है। गोसाई रोजाना सुबह छह बजे अपने साथियों के साथ शाखा लगाने के लिए जाते थे। मंगलवार सुबह भी वह छह बजे शाखा लगाने के लिए गए थे। वापसी में उनके साथी हरिंदर सिंह और दविंदर सिंह भी उनके साथ थे। दोनों गोसाईं के घर ध्वज और अन्य सामान रखकर चले गए।
रोजाना की तरह रविंदर गोसाईं घर के बाहर बनी थड़ी पर बैठ गए। इसी दौरान उनका सात साल का पोता दक्ष और चार साल की पोती दीक्षा उनके पास आए। गोसाईं ने दीक्षा को गोद में उठा लिया। इसके बाद उनकी बहू नीरू आई और उसने गोसाई से कहा कि वह बच्चों को स्कूल के लिए पेंसिल ला दें। रविंदर दोनों को लेकर पास में ही स्थित दुकान से पेंसिल लेकर आए।
इसके बाद वह घर के बाहर पोती को गोद में ही उठाए खड़े थे। उनका पोता भी उनके पास खड़ा था जबकि बहू दहलीज पर थी। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक आए और उन्होंने रविंदर को आवाज दी। आरोपियों की आवाज सुन रविंदर पोती को नीचे उतार कर पीछे मुड़ने ही लगे कि बाइक के पीछे बैठे युवक ने उनकी गर्दन के पिछले हिस्से में गोली मार दी।