लखनऊ-दिल्ली रेल मार्ग पर बुधवार शाम लखनऊ से आ रही राज्यरानी एक्सप्रेस बरेली से करीब 15 किमी दूर पीतांबरपुर स्टेशन के पास एक फाटक पर आईओसी के टैंकर से टकरा गई। ट्रेन की जोरदार टक्कर से पेट्रोल भरा टैंकर फट गया और उसके ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। गनीमत रही कि ट्रेन के आसपास बिखरे पेट्रोल में आग नहीं लगी। पीतांबरपुर के स्टेशन मास्टर और गेटमैन को निलंबित कर दिया गया है।
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टैंकर से भिड़ंत के दौरान झटका लगने से चलती ट्रेन के दरवाजे पर खड़े और पायदानों पर बैठे 15 से ज्यादा यात्री नीचे गिरकर जख्मी हो गए सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो की हालत नाजुक है। ट्रेन में अंदर बैठे कई यात्रियों को भी चोट आई है।
रेल दुर्घटना के बाद रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। हादसे के बाद करीब सवा दो घंटे तक लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर रेल यातायात ठप रहा। रात करीब नौ बजे शाहजहांपुर से इंजन मंगाकर राज्यरानी को करीब सवा दो घंटे बाद मेरठ की ओर रवाना कर दिया गया।
दुर्घटना बुधवार शाम करीब 6.40 बजे हुई। राज्यरानी एक्सप्रेस लखनऊ से मेरठ जा रही थी। इसी बीच बुखारा रोड से नेशनल हाईवे को मिलाने वाला घाटमपुर रोड स्थित गौसगंज रेल फाटक खुला था। आईओसी के पेट्रोल व डीजल से भरे दो टैंकर खुले फाटक से गुजर रहे थे।
डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि गौसगंज रेल फाटक के कर्मचारी को राज्यरानी एक्सप्रेस के आने का पता ही नहीं था। हादसा इसी वजह से हुआ। किस स्तर पर चूक हुई है, यह जांच अब रेलवे के अधिकारी करेंगे, लेकिन रेल फाटक पर हादसा होना गंभीर मामला है।
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