चुनाव आयोग ने ईवीएम चैलेंज पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के सवालों का जवाब दिया है. आयोग ने साफ किया है कि सियासी पार्टियों को ईवीएम हैक करने की चुनौती कुछ शर्तों के दायरे में दी गई है.
यह भी पढ़े: ‘शिवगामी’ ने खोला ये बड़ा राज, पहले ठुकरा दिया थी बाहुबली लेकिन कहानी सुन खड़े हो गए थे रोंगटे…
आयोग ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी को भेजे अपने जवाब में आयोग ने साफ किया कि 3 जून को ईवीएम हैक करके दिखाने का न्योता ‘ओपन हैकाथन’ नहीं है. आयोग का कहना है कि ये ईवीएम के सुरक्षा मानकों को मजबूत बनाने की कवायद है ना कि ईवीएम को हैक करने का मुकाबला.
12 मई को आयोजित सर्वदलीय बैठक में चुनाव आयोग ने सियासी पार्टियों को ईवीएम हैक करके दिखाने की चुनौती दी थी. इसके लिए 3 जून की दिन मुकर्रर किया गया था. लेकिन आम आदमी पार्टी चाहती थी कि उसे मशीन में मनचाहा बदलाव करने की छूट मिले.
साथ ही पार्टी ने औजार और सॉफ्टवेयर की जानकारी भी आयोग से ही मांगी थी. 26 मई को पार्टी ने कहा था कि वो चुनाव आयोग के न्योते को स्वीकार नहीं करेगी. दूसरी ओर, कांग्रेस ने धौलपुर और भिंड के चुनावों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ होने का आरोप लगाया था. चुनाव आयोग ने कांग्रेस के इस दावे को भी खारिज किया है.