प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल सोमवार को हर घर तक बिजली पहुंचाने वाली योजना सौभाग्य आरम्भ की. इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो अभावों के कारण अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं ले पाए हैं.Record: इस युवा क्रिकेट खिलाड़ी ने की सचिन के रिकार्ड की बराबरी!
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना साैभाग्य है. इसके तहत सभी राज्यों में मौजूद हर घर तक 31 मार्च 2019 तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. हालाँकि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दिसंबर 2018 तक इस लक्ष्य को पूरा करने का दावा किया गया है.
बता दें कि यह योजना उन 18 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाने की योजना से जुड़ी है, इसलिए घरों को कवर करने के लिए सौभाग्य योजना लाई गई है. 16,320 करोड़ रुपए की लागत वाली इस योजना में इसमें केंद्र सरकार 60 प्रतिशत मदद करेगी. विशेष श्रेणी में आने वाले राज्यों को केंद्र से 85 प्रतिशत मदद दी जाएगी.
इस योजना में दस फीसदी योगदान राज्य सरकारों का भी होगा. शेष 30 प्रतिशत राशि के लिए वित्तीय संस्थाओं और बैंकों से कर्ज लिया जाएगा. इस योजना में 14 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे. 2018 तक हर घर को बिजली देने का लक्ष्य पूरा करने के लिए सरकार को रोज 87 हजार 727 घरों में कनेक्शन देने पड़ेंगे.