आपके खर्राटे कर रहे हैं दूसरों की नींद खराब,तो जाने किन तरीकों से पाएं सकते है राहत!

लोग अक्सर रात में सुकून की नींद सोना चाहते हैं। दिनभर की थकान के बाद अक्सर रात में लोग थक-हार चैन की नींद सोते हैं। हालांकि सोते समय कई लोग खर्राटे मारते हैं जो आपके आसपास सोने वाले लोगों के लिए परेशानी की वजह बन जाता है। अगर आप भी अक्सर सोते खर्राटे लेते हैं तो इन उपायों से इससे राहत पा सकते हैं।

दिनभर की थकान के बाद लोग अक्सर रात में सुकून की नींद तलाशते हैं। ऐसे में थक-हार जब लोग सोते हैं, तो कई लोग खर्राटे भरने लगते हैं। कई लोगों का ऐसा मानना है कि सुकून की नींद आने पर लोग खर्राटे लेते हैं। यही वजह है कि आमतौर पर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। हालांकि, आपके खर्राटे लेने की आदत आपके आसपास मौजूद लोगों के लिए परेशानी की वजह बन सकती है। दरअसल, खर्राटों की वजह से आपके पास सो रहे लोगों की नींद में खलल पड़ता है।

साथ ही खर्राटे कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की वजह भी हो सकते हैं। ऐसे जरूरी है कि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए और इससे छुटकारा पाने के लिए उचित उपाय किए जाए। अगर आप या आपके आसपास कोई सोते समय खर्राटे लेता है, तो आप इन उपायों की मदद से इससे छुटकारा पा सकते हैं।

वेट मैनेजमेंट

अक्सर मोटापे का शिकार लोगों को खर्राटे लेने की आदत होती है। अगर आप भी मोटापे का शिकार हैं और खर्राटे लेने की समस्या से परेशान हैं, तो इससे निजात पाने के लिए अपना  वेट मैनेजमेट  करें। वजन कम करने से खर्राटे कम हो सकते हैं, खासकर अगर एक्स्ट्रा वेट के कारण गले पर दबाव पड़ रहा हो। ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन’ के मुताबिक वजन घटाने से ओएसए की गंभीरता को कम किया जा सकता है।

अच्छे से हाइड्रेट रहें

अक्सर शरीर में पानी की कमी की वजह से भी खर्राटों की समस्या हो सकती है। ऐसे में खर्राटों से राहत पाने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि आप अच्छी तरह से हाइड्रेट रहें। हाइड्रेट रहने से गले और नाक के टिशूज को चिपचिपा होने से रोका जा सकता है, जिससे खर्राटों की संभावना कम हो जाती है। ‘जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजियोलॉजी’ के एक अध्ययन की मानें तो डिहाइड्रेशन के कारण नींद के दौरान खर्राटे बढ़ सकते हैं।

नियमित व्यायाम करें

सेहतमंद रहने के लिए नियमित व्यायाम करना काफी जरूरी है। खासकर खर्राटों की समस्या से राहत पाने में एक्सरसाइज आपकी काफी मदद कर सकती है। नियमित शारीरिक गतिविधि करने से गले की मांसपेशियों को टोन करने में मदद कर सकती है, जिससे खर्राटे कम हो सकते हैं। ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन’ में प्रकाशित एक परीक्षण के मुताबिक नियमित शारीरिक गतिविधि ओएसए के लक्षणों को कम कर सकती है।

शराब आदि से बचें

अगर आप खर्राटों से परेशान हैं और इससे राहत पाना चाहते हैं, तो शराब आदि से परहेज करें। दरअसल, शराब आदि का सेवन आपके गले की मांसपेशियों को आराम देता हैं, जिससे खर्राटे आने लगते हैं। इसलिए जितना हो सके इनसे परहेज करें। खासकर सोने से पहले इनसे परहेज काफी फायदेमंद हो सकता है। ‘चेस्ट’ में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक शराब और अन्य नशीली दवाओं से खर्राटे आने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

स्लीप पोजीशन का ध्यान रखें

आपके सोने की पोजीशन भी खर्राटों को कम करने में मदद कर सकती है। अगर आप या आपके आसपास कोई खर्राटों से परेशान है, तो पीठ के बजाय करवट लेकर सोना आपके लिए गुणकारी होगा। ‘चेस्ट’ जर्नल के एक अध्ययन में पता चला कि पोजिशनल थेरेपी खर्राटों और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) को रोकने में प्रभावी हो सकती है।

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