रोहिणी के सेक्टर-16 में जलबोर्ड अधिकारी की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक, मृतक के बेटे का कर्मचारी अमित राठी इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता है।
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अमित ने अपने सहयोगी राहुल और जयदीप के साथ मिलकर लूटपाट के दौरान अधिकारी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने अमित और राहुल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा आरोपी जयदीप फरार है। पुलिस ने इनके पास से लूटी गई कार बरामद कर ली है। अमित ने बताया कि वह आर्थिक तंगी से परेशान था।
पुलिस उपायुक्त ऋषिपाल ने बताया कि बाबू राम यादव दिल्ली जलबोर्ड में सेक्शन ऑफिसर थे। वह पश्चिम विहार स्थित कार्यालय में कार्यरत थे। दो अगस्त की सुबह बाबू राम को जख्मी हालत में सरोज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जांच में पता चला कि सिर में गोली मारकर उनकी हत्या की गई।
हत्या करने के बाद बदमाश नकदी और उनकी कार लेकर फरार हो गए
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि बाबू राम की हत्या करने के बाद बदमाश नकदी और उनकी कार लेकर फरार हो गए थे। कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में दो युवकों को उनके कार्यालय में जाते हुए देखा गया।
छानबीन के दौरान पुलिस को बाबू राम के ठेकेदार बेटे के कर्मचारी सभापुर गांव निवासी अमित राठी पर शक हुआ। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में अमित ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह आर्थिक तंगी से परेशान था।
बाबूू राम जब अपने बेटे के कार्यालय में आते थे, तो उनके पास काफी रुपये होते थे, इसलिए उसने दोस्तों के साथ लूटपाट की साजिश रची। राहुल और जयदीप ने वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने अमित की निशानदेही पर भजनपुरा निवासी राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वारदात के बाद से अमित लगातार बाबू राम के परिवार के साथ मौजूद था, यहां तक कि वह अंतिम संस्कार में भी गया था।
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