भोपाल। मध्य प्रदेश के मालवा-निमांड़ अंचल में नशा उन्मूलन का अभियान चलाने वाले बड़वानी के आदिवासी संत डेमनिया भाई को हरिद्वार स्थित गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया है।बेटी के बॉयफ्रेंड को किसी और की बाहों में देखकर पिता ने किया ऐसा काम…जो हुआ
गायत्री परिवार की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, शांतिकुंज स्थित अखिल विश्व गायत्री परिवार के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय में गायत्री जयंती के अवसर पर शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणब पण्ड्या ने संत डेमनिया भाई को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह एवं शल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
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इस अवसर पर संत डेमनिया भाई ने कहा कि यह सम्मान आदिवासी उन भाई-बहनों का है, जिन्होंने आचार्यश्री के बातों को मानकर नशा मुक्त रहने का संकल्प लिया है।
डेमनिया भाई का यह सम्मान मालवा-निमांड अंचल के बड़वानी, खरगोन, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बुरहानपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन आदि जिलों के दो लाख से अधिक आदिवासियों के बीच नशा उन्मूलन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु प्रदान किया गया है।
डेमनिया भाई सालीटाण्डा बड़वानी के निवासी हैं। उन्होंने पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के संपर्क में आने के बाद वर्ष 1980 से आदिवासियों को नशा मुक्ति अभियान चला रहे हे। उनका दावा है कि बड़वानी सहित निकटवर्ती नौ जिलों के दो लाख से अधिक वनवासियों को नशा मुक्त कर विकास की राह में शामिल कर चुके हैं।