टॉप पर रहते हुए लिया संन्यास

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जोहांसबर्ग टेस्ट मॉर्केल ने 3 विकेट चटकाए और साउथ अफ्रीका की जीत में अहम भूमिका निभाई. इनमें पहली पारी में मॉर्केल ने 1 विकेट लिया जबकि दूसरी पारी में 2 विकेट लिए. वैसे सिर्फ इस एक मैच में ही नहीं बल्कि पूरी टेस्ट सीरीज में मॉर्कल का प्रदर्शन शानदार रहा. और अगर यूं कहें कि एक सीनियर गेंदबाज के तौर पर मॉर्केल ने अपनी टीम के लिए फ्रंट से लीड किया तो गलत नहीं होगा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में मॉर्केल ने 3 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 19.60 की औसत से 15 विकेट चटकाए. खास बात ये है कि अपने करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज में मॉर्केल सबसे बेहतर औसत वाले गेंदबाज रहे.

धोनी से शुरू हुआ 300 टेस्ट विकेट तक का सफर

अपने करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज में ही मॉर्केल 300 टेस्ट शिकार करने वाले साउथ अफ्रीका के पांचवें गेंदबाज बने. मॉर्केल से पहले शॉन पोलॉक, डेल स्टेन, मकाया नतिनी और एलन डोनाल्ड 300 प्लस टेस्ट विकेट लेने वाले अफ्रीकी गेंदबाज हैं. मॉर्के ने 300 टेस्ट विकेट लेने का कमाल केपटाउन टेस्ट में किया जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज शॉन मार्श को अपना 300वां शिकार बनाया. हालांकि, इससे भी बड़ी बात ये है कि टेस्ट में 300 विकेट तक पहुंचने तक का सफर मॉर्केल ने धोनी के विकेट के साथ शुरू किया था.

जीत के साथ अलविदा

हर खिलाड़ी की ख्वाहिश होती है कि वो जीत के साथ अपने करियर का अंत करे और मॉर्केल की ये ख्वाहिश पूरी हो गई. जोहांसबर्ग में खेले आखिरी टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 492 रन के बड़े अंतर से हरा दिया और इस बड़ी जीत के साथ मॉर्केल ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को गुडबाय कह दिया.