कश्मीर में पत्थरबाजों से लड़ने के लिए जनसेना के एक हजार प्रशिक्षित सैनिक पत्थरबाजों पर आक्रमण करने के लिए 7 मई को कानपुर के शहीद स्मारक नानाराव पार्क से कश्मीर के लिए रवाना होंगे। यह जानकारी जनसेना के बालयोगी अरुणपुरी चैतन्य ने दी। सिद्धनाथ घाट के आश्रम में उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को दिया था पर कोई अनुमति नहीं मिली है।
कानपुर शहर के सभी वार्डों से 10-10 जनसैनिक होंगे। दो बड़ी बसें, 100 बड़े वाहन, एक ट्रक पत्थर, खाने की सामग्री, टेंट आदि के साथ नानाराव पार्क से जम्मू कश्मीर जाने के लिए कूच करेंगे। इस मौके परमट महंत रमेशपुरी, पनकी के कृष्णदास समेत संत समाज आशीर्वाद देकर नानाराव पार्क से रवाना करेगा। उन्होंने बताया कि इसमें जन सैनिक कृष्णा घाटी और आधे कश्मीर के लिए कूच करेंगे। जल्द ही पत्थरबाजी प्रशिक्षण केंद्र प्रत्येक वार्ड में खोला जाएगा। इस बारे में एडीएम सिटी केपी सिंह का कहना है कि इस संदर्भ में एक ज्ञापन दिया गया था। इससे अधिक मुझे जानकारी नहीं है।
पनकी हनुमान मंदिर के महंत कृष्ण दास बोले सैनिकों के साथ अत्याचार हो रहा है और प्रधानमंत्री कोई निर्णय नहीं ले पा रहे है। ऐसे में अब संत समाज आगे आया है और अपनी सैनिकों की मदद के लिए कश्मीर जाएगा। इसमें कानून तोड़ने की बात ही नहीं है।
परमट मंदिर के महंत रमेशपुरी ने कहा अगर प्रधानमंत्री सेना को गोली चलाने का आदेश नहीं देंगे तो हम देश के नागरिक लड़ेंगे। इसमें कानून विरोधी जैसी कोई बात ही नहीं है। आखिर कब तक हमारा जवान दुश्मनों की गोली का शिकार होगा
सिद्धनाथ घाट आश्रम के अरुणपुरी ने कहा प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन 24 अप्रैल को एडीएम सिटी को दिया गया था। अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में हमलोग कब तक चुप रहेंगे। यदि कोई कार्रवाई करनी होती तो हमलोगों को मना किया जाता।