कार्यक्रम अध्यक्ष वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि भावी पीढ़ी को रास्ता दिखाने के लिए उनमें नये संस्कार पैदा करने होंगे, ताकि भावी पीढी उन गुणों के आधार पर सेवा संतोष व सभ्यता के भाव से समाज के लिए कार्य कर सकें। बलिदान व त्याग हमारा गहना है, हम उसे छोड़ेंगे नहीं।

उन्होंने कहा कि किताबों में हमारी कौम को लुटेरा कहा गया, जबकि जाट समाज लुटेरा नहीं बल्कि लुटेरों का मुकाबला करने वाला है। वित्त मंत्री ने कहा कि सर छोटूराम व कमेरे वर्ग के लिए जो कार्य करके दिखाए उन्हीं की बदौलत आज हमारे सिर पर पगड़ी है।