गन्ना किसानों के पाई-पाई का भुगतान करेंगे : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

•अब तक हो चुका है एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान

• शीघ्र ही 15 हजार करोड़ रुपये के बकाये का भी भुगतान कर देंगे

लखनऊ, 19 जून। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हर कदम पर पूरी शिद्दत से किसानों के साथ है। किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए उनकी सभी समस्याएं दूर होंगी। गन्ना किसानों के पाई-पाई का भुगतान हमारी प्रतिबद्धता है। मेरे कार्यकाल में अब तक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान हो चुका है। शीघ्र ही 15,000 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान भी हो जाएगा।

यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने आवास पर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किसानों से कही। इस अवसर पर उन्होंने किसानों को 100 करोड़ रुपये का ऑनलाइन भुगतान भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन का असली मानक लोगों की संतुष्टि है। चीनी उद्योग के लिए यह स्वर्णिम समय रहा। न सिर्फ रिकॉर्ड भुगतान हुआ बल्कि गन्ने और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन भी हुआ।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सब अन्नदाता किसानों की मेहनत के बूते हुआ। इस दौरान केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने भी किसानों के हित को सर्वोपरि रखा। कोरोना के नाते हुए लॉकडाउन खेतीबाड़ी के लिए चुनौती था। गन्ने और गेहूं की फसल खेत में थी। हमें संक्रमण रोकते हुए किसानों का हित भी देखना था। हमने तय किया कि लॉकडाउन के सारे मानकों का अनुपालन करते हुए हम गेहूं और गन्ने की खरीद करेंगे। जब तक किसानों के खेत में एक भी गन्ना रहेगा चीनी मिलों को भी चलाएंगे। शासन और किसानों के बेहतरीन तालमेल के कारण ऐसा हुआ भी।

लॉकडाउन में बना सभी चीनी मिलों के संचालन का कीर्तिमान
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में भी सभी 119 चीनी मिलों के साथ खांडसारी इकाईयां भी चलीं। यही नहीं मिलों ने सैनिटाइजर बनाकर सभी विभागों को नि:शुल्क दिया। दो दर्जन से अधिक राज्यों को इसे सस्ते दामों पर उपलब्ध कराया गया। प्रदेश भर के प्रगतिशील किसानों से लगातार संवाद का अनुभव हमारे लिए सुखद रहा। इन किसानों ने अपने-अपने क्षेत्र में कृषि विविधिकरण और बेहतर तकनीक के जरिए अपनी आय बढ़ाकर बाकी किसानों के लिए नजीर पेश की।

सीएम ने किया किसानों से संवाद
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर के किसान अजित मलिक, मेरठ के विनोद सैनी, संभल के सुधीर त्यागी, पीलीभीत के हरिमोहन गंगवार, लखीमपुर खीरी के परविंदर सिंह, अंबेडकर नगर के अमरेंद्र वर्मा, गोंडा के अनिल चंद्र पांडेय, गोरखपुर के रामसूरत मौर्य और कुशीनगर के देवेंद्र राय से बात भी की।

कार्यक्रम को विभागीय मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री सुरेश पासी, अपर मुख्य सचिव एस भूस रेड्डी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

किसानों ने की ई-पर्ची व्यवस्था की तारीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बातचीत करते हुए गन्ना किसानों ने मोबाइल पर एसएमएस पर्ची व्यवस्था, ई-गन्ना एप और टोल फ्री नंबर शुरू करने पर योगी सरकार की इस व्यवस्था की तारीफ की। गन्ना किसानों ने कहा कि इससे किसानों को बड़ी राहत पहुंची और गन्ना माफिया का सफाया भी हो गया। किसानों ने कहा कि सरकार की इस व्यवस्था से गन्ना माफिया खत्म हो गया। किसानों ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद किया।

साइड स्टोरी -1 (गन्ना किसानों की बात)

गन्ना किसानों ने की मुख्यमंत्री योगी की तारीफ, कहा – इस देश को आपकी लंबे समय तक है जरुरत

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिली गुंडाराज से मुक्ति, घटतौली पर लगा अंकुश : गन्ना किसान

लखनऊ, 19 जून। ‘मुख्यमंत्री जी आपने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुंडाराज से मुक्ति दी है, आपके राज में अपराधियों को या तो ऊपर का रास्ता दिखा गया है या फिर वो जेल में हैं। आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, इस देश को आपकी लंबे समय तक जरुरत हैं’ ये शब्द मुजफ्फरनगर के गन्ना किसान अरविंद मलिक के हैं। जिन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की और गन्ना भुगतान और गन्ना ई एप को लेकर मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहा।

पूरी पारदर्शिता के साथ पेपर लेस पर्चियां हुई उपलब्ध
मुजफ्फरनगर के गन्ना किसान अरविंद मलिक ने मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो अपरहण का उद्योग चल रहा था, उस पर रोक लग चुकी है। पहली बार चीनी मिलों में रिकॉर्ड गन्ने की खरीददारी हुई और लॉकडाउन के दौरान भी चीनी मिलें चलती रहीं। उन्होंने कहा कि 40 साल में पहली बार गन्ना किसानों की उपज में बीस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ई-गन्ना ऐप के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ किसानों को पेपरलेस पर्चियां उपलब्ध हो सकी हैं।

कोरोना काल में नहीं रुका चीनी मिलों का पहिया
मेरठ के गन्ना किसान विनोद सैनी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल में जहां सारी औद्योगिक ईकाइयां बंद हो गई थी, उस वक्त भी प्रदेश में चीनी मिलों का पहिया नहीं रुका। यही नहीं गन्ना विभाग ने लॉकडाउन में नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह किसानों के लिए गन्ना मूल्य निर्धारित किया गया है, ऐसी ही सब्जी के लिए मूल्य निर्धारित कर दिया जाए।

देश की रीढ़ किसान है और किसान की रीढ़ आप
संभल के गन्ना किसान सुधीर त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आपने किसानों की सारी आवश्यकताओं को पूरा कराया है। आपने नेतृत्व वाली सरकार में समय से गन्ने की पेराई हो सकी है। इसके लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि देश की रीढ़ किसान है और किसान की रीढ़ आप है।

योगी सरकार में मिल रहा सिख समाज को सम्मान
लखीमपुर खीरी के गन्ना किसान परविंदर सिंह ने सिख समाज को मिल रहे सम्मान को लेकर मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को आसानी के साथ घर पर गन्ने की पर्चियां मिल रही है और किसानों का गन्ना सही समय पर चीनी मिलों तक पहुंच रहा है। उन्होंने गन्ने में माफिय़ागर्दी समाप्त होने को लेकर भी सीएम को धन्यवाद कहा।

ट्रेनिंग से हो रहा है गन्ना किसानों को फायदा
इसके अलावा अंबेडकरनगर, पीलीभीत, गोरखपुर, गोंडा, कुशीनगर के गन्ना किसानों ने ई-पर्ची की व्यवस्था की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ई-गन्ना एप और टोल फ्री नंबर शुरू होने की वजह से किसानों को बड़ी राहत पहुंची है। उन्होंने कहा कि घटतौली और गन्ना माफिया पर काफी अंकुश लगा है। गन्ना विभाग की तरफ से जो प्रशिक्षण दिया गया, उससे हमको फायदा मिला है। उन्होंने सरकार द्वारा गन्ना किसानों को दिए जा रहे प्रशिक्षण की भी तारीफ की।

साइड स्टोरी – 2 (गन्ना मूल्यों का भुगतान)

गन्ना किसानों का अब तक का सर्वाधिक भुगतान समय पर करने का रिकॉर्ड योगी सरकार के नाम

• योगी सरकार ने अपने तीन साल के कार्यकाल में 1,00,325 करोड़ रुपए का किया रिकार्ड भुगतान

• पिछली सरकार के 5 वर्षों का बकाया 95,215 करोड़ भी मुख्यमंत्री योगी ने चुकाया

लखनऊ, 19 जून। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले 3 वर्षों में 1,00,325 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान कर देश में एक नया रिकार्ड स्थापित किया है। पिछली कोई भी सरकार ने इतना भुगतान अपने 5 साल के कार्यकाल में भी नहीं किया। यही नहीं मुख्यमंत्री योगी ने पिछली बसपा और सपा सरकारों के पांच साल के बकाया 95,215 करोड़ रुपए भी चुकाया है। गन्ना किसानों का अब तक का सर्वाधिक भुगतान समय पर करने का रिकॉर्ड भी योगी सरकार के नाम है।

प्रदेश में 48 लाख गन्ना किसान हैं। इनके हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लॉकडाउन के दौरान भी 119 चीनी मिलें प्रदेश में चलती रही। हर मिल से 25,000 से 40,000 गन्ना किसान जुड़े हुए हैं। हर मिल 8,000 से 10,000 लोगों को रोजगार देती है।

लॉकडाउन के दौरान इन मिलों के चलते रहने से इनकी आजीविका में कहीं कोई दिक्कत नहीं आई। इसका नतीजा है कि वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन और चीनी उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। इसके साथ ही मिल और डिस्टलरीज ने प्रतिदिन 5,00,000 लीटर सैनिटाइजर बनाने की क्षमता प्राप्त कर ली है। आज स्थिति यह है कि कोरोना संकट में उत्तर प्रदेश से 28 अन्य राज्यों और दूसरे देशों को भी सैनिटाइजर की आपूर्ति की जा रही है।

साइड स्टोरी – 3 (बंद चीनी मिलों को चालू करवाया)

पिछली सरकारों ने 29 चीनी मिलें बंद की, योगी सरकार ने चालू करवाया

• बसपा ने 19 तो सपा ने 10 चीनी मिलें बंद कर किसानों के लिए संकट पैदा किया था, मुख्यमंत्री योगी ने बंद मिलों को चलाने के साथ नई मिलें भी चलाई

• योगी सरकार ने 3 साल में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मिलों की पेराई क्षमता में भी वृद्धि की

लखनऊ, 19 जून। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गन्ना किसानों के हितों के संरक्षण को लेकर शुरू से ही प्रतिबद्ध रहे हैं। बसपा सरकार के वक्त 2007 से 2012 तक उत्तर प्रदेश में 19 चीनी मिलें बंद हुई थी। इसी तरह समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने 2012 से 2017 तक 10 मिले बंद कर दी थी। जिससे गन्ना किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया था। 2017 में प्रदेश की बागडोर संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण शुरू किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल बंद चीनी मिलों को चालू करवाया बल्कि उनके बकाया राशि का भुगतान भी शुरू करवाया। योगी सरकार ने 3 साल में डेढ़ दर्जन से ज्यादा चीनी मिलों की पेराई क्षमता में भी वृद्धि करवाई। पुरानी मिलों को चालू कराया और नई मिलों का संचालन किया।

चौ. चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला से चीन मिलों के पुर्नउद्धार का काम शुरू किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान खुशहाल होगा, तो देश खुशहाल होगा। स्व. चौधरी चरण सिंह ने भी ये बात कही थी। यही कारण था जब उत्तर प्रदेश का चीनी उद्योग बंद हो रहा था, तो हमारी सरकार ने सबसे पहले स्व. चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला की चीनी मिल की पुर्नउद्धार की कार्यवाही शुरू की। इसके शिलान्यास और उद्घाटन के समय वहां गया था।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com