कर्नाटक भाजपा की यूथ विंग ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के पीछे संघ परिवार का हाथ होने का आरोप लगाने वाले प्रख्यात पत्रकार रामचंद्र गुहा को लीगल नोटिस भेजा है.कश्मीर मुद्दे पर राहुल ने दिया बड़ा बयान, कहा- आतंकवाद को मनमोहन सरकार ने कम किया, मगर भाषण नहीं दिया
अतिवादी हिंदुत्व विचाराधारा के खिलाफ लिखने वाली गौरी लंकेश की हत्या के अगले दिन गुहा ने कहा था कि गौरी लंकेश की हत्या के पीछे संघ परिवार के उन्हीं ताकतों का हाथ हो सकता है, जिन्होंने गोविंद पनसारे, नरेंद्र दाभोलकर और एमएम कलबुर्गी की हत्या की थी.
गुहा ने यहां तक कहा था, “केंद्र में सत्तारूढ़ दल ने देश में नफरत और असहिष्णुता का माहौल पैदा कर दिया है.”
स्टेट बीजेपी की युवा मोर्चा के अध्यक्ष करुणाकर खसाले ने लीगल नोटिस में गुहा पर झूठा और आधारहीन आरोप लगाने का आरोप लगाया है और कहा है कि “गुहा का यह आरोप आरएसएस और बीजेपी की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला है.”
नोटिस में कहा गया है, “मेरे क्लायंट के खिलाफ जानबूझकर दिए गए आपके झूठे और आधारहीन बयान के चलते इसके हजारों सदस्यों एवं समर्थकों में गुस्सा है. आपका यह आधारहीन बयान इस मामले की जांच को प्रभावित करने वाला और गुमराह करने वाला भी है. यह न्याय प्रक्रिया में अवैध हस्तक्षेप जैसा है और गंभीर रूप से अपमानजनक है.”
स्टेट बीजेपी युवा मोर्चा ने गुहा से आरएसएस और बीजेपी से माफी मांगने के लिए भी कहा है, साथ ही माफी न मांगने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.
कन्नड़ भाषा में टेब्लॉयड निकालने वाली निर्भीक पत्रकार गौरी लंकेश की 5 सितंबर को अज्ञात हमलावरों ने बेंगलुरू में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. कर्नाटक सरकार ने गौरी लंकेश की हत्या की एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि अब तक हत्यारों का पता नहीं चल सका है. घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों से मिले फुटेज से भी हत्यारों की पहचान नहीं हो सकी है, क्योंकि हत्यारों ने हेलमेल पहन रखे थे.